बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ

Bitcoin in Hindi : इस लेख में हम जानेंगे कि संसार भर में लोकप्रिय हो चुकी बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी क्या है, Bitcoin कैसे कमाया जाता है, बिटकॉइन का इतिहास क्या है, किसने इसे बनाया, क्या Bitcoin का कोई भविष्य है तथा Bitcoin के फायदे या नुकसान क्या है |
Tesla Bets on Cryptocurrency Bitcoin: सतभक्ति निवेश से होगी जीवन रुपी श्वासों में वृद्धि
Tesla Bets on Cryptocurrency Bitcoin: टेस्ला कम्पनी के इन्वेस्टमेंट के बाद क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमतों में आया उछाल। टेस्ला ने क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन पर 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह भी जानिए सत्यभक्ति में निवेश करने से कैसे मिलेगा चिरकाल लाभ।
Table of Contents
Tesla Bets on Cryptocurrency Bitcoin के मुख्य बिंदु
- क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमतों में आया उछाल, कीमतें हुईं 44,000 डॉलर के पार
- टेस्ला बनी बिटकॉइन को सपोर्ट करने वाली सबसे बड़ी कम्पनी
- भारतीय सरकार प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने के लिए बिल पास करने के पक्ष में
- सत्यभक्ति में करें निवेश, मिलेगा जीवन के बाद भी लाभ
बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी है। क्रिप्टोकरेंसी यानी वर्चुअल करेंसी। इस पर किसी का काबू नहीं होता है यह केवल इंटरनेट पर होती है। बिटकॉइन की तरह सैकड़ों वर्चुअल करेंसी दुनिया में है जैसे रेड कॉइन, सिया कॉइन, सिस्कोइन, मोनरो आदि। सन 2008 में इसे सातोशी नकामोतो ने बनाया था। 2009 में इसकी कीमत 36 पैसे के बराबर थी। इसे कोई सरकार या बैंक कंट्रोल नहीं करता है। भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा इसे मान्यता नहीं दी गई है वहीं सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन या खरीद-फ़रोख़्त की इजाजत दी हुई है।
Tesla Bets on Cryptocurrency Bitcoin क्यों है चर्चा में?
बिटकॉइन की कीमतें अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं हैं। यह उछाल एक बड़े इन्वेस्टमेंट से आया है जो टेस्ला कम्पनी ने किया है। टेस्ला कम्पनी ने न केवल 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया है बल्कि इस इन्वेस्टमेंट के बाद टेस्ला ने घोषित किया है कि वह वर्चुअल कॉइन्स में पेमेंट लेना शुरू करेगी।
टेस्ला के इस निवेश के बाद बिटकॉइन को काफी सपोर्ट मिला है एवं बिटकॉइन को सपोर्ट करने वाली टेस्ला एक बड़ी कम्पनी बन गयी है। 2020 में बिटकॉइन के प्राइज़ 4 गुना अधिक हो गए थे। टेस्ला के इन्वेस्टमेंट के बाद बिटकॉइन प्राइस 15 फीसदी की तेजी के साथ 44,141 डॉलर पहुंच गए। भारतीय करेंसी के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत 32 लाख रुपये से भी ज्यादा हो गई है।
बिटकॉइन क्या है (Bitcoin Kya Hai)
बिटकॉइन सामूहिक कम्पूटर नेट्वर्क पर आपसी भुगतान के लिए क्रिप्टोग्राफी से सुरक्षित की हुई एक नई तरह की मुद्रा है जो खासतौर पर डिजिटल (digital) या वर्चुअल (virtual) रूप से दुनिया के लिए बनाई गई है और जो की डिजिटल पर्स में ही रखी जाती है |
दूसरे शब्दों में कहे तो बिटकॉइन दुनिया की पहली डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी है जो ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर पर आधारित है जिसका इस्तेमाल विश्व में कभी भी कही भी किया जा सकता है |
दुनिया की इस पहली विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा में सन 2017 में 1200% से अधिक का इजाफ़ा हो चुका है और लोकप्रियता बढ़ने से आने वाले समय में इसकी कीमत और बढ़ने की सम्भावना है |
बिटकॉइन शिकागो बोर्ड वायदा एवं विकल्प एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हुई है और मौजूदा दौर में दुनिया भर के हजारों प्रोग्रामर बिटकॉइन के फीचर्स को ज्यादा मजबूत बनाने में लगे हुए है जिससे इसके इस्तेमाल को और ज्यादा सुरक्षित बनाया जा सकेगा |
बिटकॉइन का इतिहास
बिटकॉइन की शुरआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी जिसे छद्म नाम धारी सातोशी नकामोतो नामक एक इंजीनियर ने विकसित की थी | जब बिटकॉइन शुरू किया गया था तो इसका असली मकसद ये साबित करना था कि पैसों का क़ानूनी लेन – देन बिना थर्ड पार्टी के भी संभव है |
22 मई 2010 को पहली बार एक पिज्जा के बदले 10 हजार बिटकॉइन की पेशकश की गई थी यानि तब एक बिटकॉइन की कीमत 10 सेंट से भी कम थी लेकिन आज बिटकॉइन की कीमत कई हजार गुना बढ़ चुकी है जिससे बिटकॉइन को ज्यादा से ज्यादा लोग खरीदने की कोशिश करने लगे है और बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है |
बिटकॉइन कैसे काम करता है और बिटकॉइन के क्या फायदे है
बिटकॉइन का आदान – प्रदान peer to peer तकनीक के जरिए होता है यानि इसमें डिजिटल रकम एक कम्प्यूटर से सीधे दूसरे कम्प्यूटर में पहुंचती है लेकिन इस लेन – देन को सुरक्षित बनाते है वो हजारों लोग जो अपने ताकतवर कम्प्यूटर्स की मदद से इन ट्रांजक्शन पर नजर रखते है और इनकी जांच करते है और जो भी व्यक्ति ऐसा सफलतापूर्वक कर लेता है उसे इनाम के तौर पर कुछ बिटकॉइन दिए जाते है | इसे बिटकॉइनिंग की माइनिंग कहा जाता है |
दरअसल कोड लैंग्वेज़ में होने वाले इस आदान – प्रदान को वेरीफाई करने वाले हजारों लोग इस प्रक्रिया में बैंक के एक क्लर्क की तरह काम करते है और इन्हें ही माइनर्स कहा जाता है |
ये लोग transactions पर नजर रखते है की इसका गलत इस्तेमाल न हो लेकिन इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए इन miners को एक mathematical प्रॉब्लम solve करनी होती है | जो miner जितनी जल्दी इस प्रॉब्लम को solve कर लेता है उसे प्रॉब्लम solve करने के बदले में कुछ बिटकॉइन दिए जाते है | और इस तरह से बिटकॉइन डिजिटल बाजार में आ जाते है | बिटकॉइन की अर्थव्यवस्था का निर्माण इस तरह से किया गया है कि एक निश्चित समय के बाद बिटकॉइन की संख्या घटकर आधी रह जाती है |
Bitcoin Millionaire : 14 साल का लड़का बिटकॉइन से बना करोड़पति? दिखाया लग्जरी कारों का कलेक्शन
ट्रेंडिंग डेस्क. एक ओर जहां बिटकॉइन और तमाम क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) पिछले 6 महीनों से बुरे हाल में हैं, वहीं ये खबर चौंकाने वाली है। मलेशिया के 14 वर्षीय टीनएजर ने दावा किया है कि बिटकॉइन ने उसे करोड़पति बना दिया, जिसके बाद उसने दुनिया की कई सबसे महंगी और लग्जरी कारें खरीदी हैं।
बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ
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दोस्तों जब से इंटरनेट पर Cryptocurrency का जन्म हुआ है तब से इंटरनेट पर हजारों के रूप में Cryptocurrency बन चुकी है कुछ ऐसी Cryptocurrency इंटरनेट पर मौजूद है जिन Cryptocurrency पर लोग विश्वास करते है तो वहीँ कुछ ऐसी Cryptocurrency जिन पर ज्यादा विश्वास नहीं करते है तो इन्हीं Cryptocurrency में एक और Cryptocurrency है जिसका नाम Ethereum/ETH है तो Ethereum/ETH Cryptocurrency क्या है Ethereum किसने बनाया क्या है इतिहास क्या है इसकी विशेषता क्या हमें इसमें इन्वेस्ट करना चाहिए की नहीं तो आइये फिर जानते है ?
Ethereum Cryptocurrency क्या बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ है?
Ethereum Cryptocurrency एक डिजिटल Cryptocurrency है यह भी बिटकॉइन जैसी डिसेंट्रलाइज Cryptocurrency है Ethereum पर किसी भी देश की सरकार का नियंत्रण नहीं रहता है यह Cryptocurrency बिटकॉइन के बाद सबसे पॉपुलर Cryptocurrency है इस Cryptocurrency का मुल्य अन्य सभी Cryptocurrency सबसे ज्यादा है लेकिन बिटकॉइन Cryptocurrency से कम है बिटकॉइन Cryptocurrency के लिमिटेड कॉइन है लेकिन Ethereum Cryptocurrency ऐसा नहीं है Ethereum Cryptocurrency अपने कॉइन को समय-समय पर बढ़ाते रहते है कुछ क्रिप्टो इन्वेस्टर का कहना है की बिटकॉइन Cryptocurrency से ज्यादा Ethereum Cryptocurrency अनुकूल है.
जिस तरह बिटकॉइन Cryptocurrency ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है ठीक उसी प्रकार Ethereum Cryptocurrency भी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है Ethereum Cryptocurrency भी Transaction Verification के लिए Miners होते और इन Miners भी कुछ कमीशन मिलता है Ethereum Cryptocurrency पर काम करने के लिए Ethereum Cryptocurrency जब ट्रांसक्शन होती है तब इनकी पहचान हाईड होती किसने बेचा और किसने ख़रीदा Ethereum Cryptocurrency की ट्रांसक्शन वेरिफिकेशन कुछ ही सेकंड में हो जाती है।
Ethereum किसने बनाया क्या है इतिहास?
Ethereum Cryptocurrency को Programmer Vitalik Buterin ने बनाया था और इसे 30 July 2015 को इंटरनेट पर लॉन्च कर दिया था 1 Ethereum Cryptocurrency का मूल्य 3153.89 डॉलर है और वहीं इंडिया में 240596.08 रूपये है Ethereum Cryptocurrency का भी मूल्य बाकि Cryptocurrency की तरह कम-ज्यादा होता रहता है
Ethereum Cryptocurrency बनने में Vitalik Buterin के अलावा कुछ और भी प्रोग्रामर का योगदान था जिनका नाम Gavin Wood, Charles Hoskinson, Anthony Di Iorio and Joseph Lubin है.
हम बताते हैं कि जब इन क्रिप्टो फर्मों (crypto firms) का पतन होता है तो निवेशकों के पैसे का क्या होता है – और क्या निवेशकों के पास कोई सहारा होता है?
हम “बिटकॉइन: ए पीयर-टू-पीयर इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम” (Bitcoin: A Peer-to-Peer Electronic Cash System) नामक एक श्वेत पत्र को भी देखते हैं जिसे अब बिटकॉइन श्वेतपत्र कहा जाता है जिसे बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ पहली बार अक्टूबर 2008 में सतोशी नाकामोटो द्वारा जारी किया गया था और इसमें महत्वपूर्ण जानकारी शामिल थी कि बिटकॉइन कैसे ट्रस्ट को सक्षम कर सकता है- (Cryptocurrency Prices in India Today)
क्रिप्टोग्राफिक साक्ष्य cryptographic evidence का उपयोग करके कम इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली। 14 साल पुराने दस्तावेज़ में बताया गया है कि कैसे एक वैकल्पिक इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम बिटकॉइन का जन्म कैसे हुआ किसी वित्तीय संस्थान जैसे भरोसेमंद पक्षों को शामिल किए बिना भुगतान को सीधे एक पार्टी से दूसरी पार्टी में भेजने की अनुमति दे सकता है। (Cryptocurrency Prices in India Today)