क्रिप्टोकरेन्सी ट्रेडिंग

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विकेन्द्रीकृत वित्तीय कंपाउंड (Decentralized Finance Flatform DeFi) के हालिया अपडेट में एक बग ने उपयोगकर्ताओं को गलती से लगभग 90 मिलियन डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) भेज दी, जिससे इसके सीईओ…
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज OKEx.com ने भारत में क्रिप्टो निवेश को आसान बनाने के लिए Bitbns के साथ साझेदारी की घोषणा की
नई दिल्ली: वैश्विक क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज OKEx और भारत के प्रमुख क्रिप्टो वॉलेट और एक्सचेंज प्लेटफॉर्म Bitbns ने पूरे क्षेत्र में भारतीय क्रिप्टो उपयोगकर्ताओं के लिए लचीली ट्रेडिंग क्षमताओं को बढ़ाने…
अफगानिस्तान के साथ कारोबार में भारत का 22 हजार करोड़ का निवेश फंसा, सूखे मेवों की बढ़ेंगी कीमतें
तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया क्रिप्टोकरेन्सी ट्रेडिंग है। इसका भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार पर तत्काल प्रभाव पड़ सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि भारत सरकार…
Cryptocurrency : अगस्त 2021 में सबसे अधिक लाभ दे सकती है क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन
सभी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में लाभ के लिए अगस्त 2021 में खरीदने के लिए बिटकॉइन (Bitcoin) सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टोकरेंसी हो सकती है। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक प्रकार की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) है…
LIC ने लॉन्च किया Arogya Rakshak Health Insurance Plan, जानिए क्या है प्लान के फायदे
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने आरोग्य रक्षक (Arogya Rakshak) नाम से एक बीमा योजना शुरू की है। LIC का यह प्लान बहुत ही बेहतरीन है और आपके लिए बहुत…
क्रिप्टोकरेन्सी की कीमतें: बिटकॉइन की कीमतें गिरती हैं, एथेरियम बढ़ा
पिछले 24 घंटों के दौरान वैश्विक क्रिप्टोकरेन्सी बाजार पूंजीकरण 3.07 प्रतिशत बढ़कर 1.70 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। जबकि इसी अवधि में ट्रेडिंग वॉल्यूम 7.83 फीसदी घटकर 81.35 अरब डॉलर रहा।
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वैश्विक क्रिप्टोकरेन्सी बाजार पूंजीकरण पिछले 24 घंटों के दौरान 3.07 प्रतिशत बढ़कर 1.70 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। जबकि इसी अवधि में ट्रेडिंग वॉल्यूम 7.83 प्रतिशत घटकर 81.35 अरब डॉलर रहा। 24 घंटे के क्रिप्टोकरेन्सी ट्रेडिंग वॉल्यूम के 0.01 प्रतिशत के साथ विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi) 11.39 बिलियन डॉलर है। वहीं, स्थिर स्टॉक 99.99 प्रतिशत बढ़कर 81.34 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। बिटकॉइन की बाजार उपस्थिति 0.31 प्रतिशत गिरकर 41.80 प्रतिशत क्रिप्टोकरेन्सी ट्रेडिंग हो गई है। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन आज 37,614.26 डॉलर पर कारोबार कर रहा है।
रुपये के लिहाज से बिटकॉइन 0.6 फीसदी की तेजी के साथ 29,97,340 रुपये पर पहुंच गया। वहीं, क्रिप्टोकरेन्सी ट्रेडिंग इथेरियम की कीमत 3.64% बढ़कर 2,02,994 रुपये हो गई है।
कार्डानो, हिमस्खलन भी उछले
वहीं, कार्डानो 0.43 फीसदी की तेजी के साथ 83.86 रुपये पर पहुंच गया है. वहीं हिमस्खलन 2.52 प्रतिशत की उछाल के साथ 5,352.35 रुपये पर आ गया है। वहीं पोलकाडॉट 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ 1,453.1 रुपये पर मौजूद है.
दूसरी ओर, लिटकोइन पिछले 24 घंटों के दौरान 1.23 फीसदी की तेजी के साथ 8,776.11 रुपये पर कारोबार कर रहा है। वहीं, टीथर की कीमतें 0.79 फीसदी गिरकर 80.07 रुपये पर आ गई हैं।
Mimcoin SHIB की बात करें तो इसमें 1.31 फीसदी की बढ़त देखी गई है। जबकि डॉगकॉइन 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ 11.33 रुपये पर कारोबार कर रहा है। टेरा (LUNA) भी 6.95 फीसदी की गिरावट के साथ 4,103 रुपये पर आ गया है.
सोलाना की बात करें तो यह लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी पिछले 24 घंटों में 0.29 प्रतिशत बढ़कर 7,352 रुपये हो गई है। एक्सआरपी 0.47 फीसदी की गिरावट के साथ 48.82 रुपये पर आ गया है। वहीं, एक्सी 1.15 फीसदी की गिरावट के साथ 3,779.95 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
सरकार की योजना संसद में विधेयक लाने की थी
बता दें कि सरकार ने क्रिप्टोकरेन्सी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 को संसद के शीतकालीन सत्र में पेश करने के लिए सूचीबद्ध किया था। इसे पहले बजट सत्र के लिए भी सूचीबद्ध किया गया था, लेकिन इसे पेश नहीं किया जा सका, क्योंकि सरकार ने इस पर फिर से काम करने का फैसला किया था।
हाल के दिनों में निवेश के रूप में क्रिप्टोकरेंसी लोगों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभरा है। खासकर बड़ी संख्या में युवा इसमें पैसा लगा रहे हैं। हालांकि इसमें भी सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है। इसलिए लोगों को इसमें पैसा लगाने से पहले इसकी पूरी जानकारी लेनी चाहिए।
बिटकॉइन में लगे पैसे का क्या होगा, क्रिप्टोकरेंसी पर मोदी सरकार के बिल में क्या है: जानिए सब कुछ
वित्त मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष जयंत सिन्हा ने हाल ही में क्रिप्टो एक्सचेंज, ब्लॉकचेन और बीएसीसी के प्रतिनिधियों और अन्य संबंधित लोगों से बैठकों के बाद यह प्रस्ताव दिया था कि क्रिप्टो करेंसी को सीधे तौर पर बैन न करके उनका नियमन किया जाना चाहिए।
बिटकॉइन में लगे पैसे का क्या होगा, क्रिप्टोकरेंसी पर मोदी सरकार के बिल में क्या है: जानिए सब कुछ
केंद्र सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार क्रिप्टो करेंसी के नियमन और नियंत्रण सम्बंधित बिल लाने वाली है। निजी क्रिप्टो करेंसी को नियंत्रित/बंद करने के आलावा सरकार द्वारा लाए जाने वाले बिल का उद्देश्य भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्रस्तावित आधिकारिक डिजिटल करेंसी के नियमन हेतु एक कानूनी रूपरेखा तैयार करना होगा। इसके साथ ही पिछले कुछ वर्षों से क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग, उसके इस्तेमाल और उसपर सरकारी नियंत्रण को लेकर व्याप्त संशय दूर किया जा सकेगा।
ज्ञात हो कि क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग और उसमें निवेश के मामले में भारत दूसरा सबसे बड़ा देश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी, उसके चलन और उससे सम्बंधित अन्य विषयों पर संज्ञान लेने के लिए एक विशेषज्ञ कमेटी के साथ बैठक की थी।
प्रस्तावित बिल का उद्देश्य सरकार द्वारा बताए जाने के बावजूद क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग और उनमें निवेश को लेकर पहले से व्याप्त भ्रम के और बढ़ने की संभावना है। कुछ लोगों का मानना है कि निजी क्रिप्टो करेंसी पर देश में पूरी तरह से बैन लगना चाहिए। वहीं अन्य का यह मानना है कि क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह से बैन न लगाकर कानून की सहायता से उनके इस्तेमाल, ट्रेडिंग और उनमें निवेश सम्बंधित नियम बनाकर उसे जारी रहने देना चाहिए। सरकार द्वारा प्रस्तावित ‘द क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफिसियल डिजिटल करेंसी बिल 2021’ के संसद में लाने से क्रिप्टो करेंसी से सम्बंधित ऐसे तमाम प्रश्नों के उत्तर मिलने की संभावना है।
विज्ञप्ति के अनुसार बिल का उद्देश्य; भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्रस्तावित और भविष्य में जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल करेंसी के चलन हेतु नियम बनाना है। साथ ही बिल में; देश में डिजिटल करेंसी संबंधित बुनियादी तकनीक को प्रोत्साहित करने वाली क्रिप्टो करेंसी को छोड़कर अन्य सभी तरह के निजी डिजिटल करेंसी पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है। हालाँकि, सरकार की ओर से निजी क्रिप्टो करेंसी को अभी तक परिभाषित नहीं किया गया है पर अनुमान लगाया जा रहा है कि वे क्रिप्टो करेंसी जो उनके इस्तेमाल करने वालों की जानकारी गुप्त रखती हैं, उनके इस्तेमाल, ट्रेडिंग और उसमें निवेश पर इस बिल में प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रहेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार निजी क्रिप्टो करेंसी पर सीधे तौर पर प्रतिबंध के परिणामस्वरूप भारत में चल रहे क्रिप्टो एक्सचेंज का ऑपरेशन बंद हो जाएगा। इसी वर्ष सितंबर में जब चीन ने क्रिप्टोकरेंसी पर सीधा प्रतिबंध लगाया था तब हूओबी ने चीन में अपना ऑपरेशन बंद कर दिया था। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी कारणों से क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग, उनके इस्तेमाल और उनमें निवेश संबंधी नियम कठिन है और इसी वजह से सरकार निजी क्रिप्टो करेंसी को सीधे तौर बैन कर देगी।
यही वजह है कि क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों के बीच यह संशय बना हुआ है कि निजी क्रिप्टो करेंसी को लेकर सरकार की योजना क्या रहेगी? यदि बिल में निजी क्रिप्टो करेंसी पर सीधे तौर पर बैन का प्रस्ताव रहेगा तो सरकार उनमें निवेश करने वालों को राहत देने के लिए क्या करेगी? एक अनुमान के अनुसार क्रिप्टो करेंसी में करीब 6 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश है।
हाल के दिनों में भारत में क्रिप्टो करेंसी में निवेश और ट्रेडिंग को लेकर लगातार हो रहे विज्ञापनों की वजह से केवल क्रिप्टोकरेन्सी ट्रेडिंग सरकार ही नहीं आर्थिक विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की थी। वित्त मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष जयंत सिन्हा ने हाल ही में क्रिप्टो एक्सचेंज, ब्लॉकचेन और बीएसीसी के प्रतिनिधियों और अन्य संबंधित लोगों से बैठकों के बाद यह प्रस्ताव दिया था कि क्रिप्टो करेंसी को सीधे तौर पर बैन न करके उनका नियमन किया जाना चाहिए। दूसरी ओर भारतीय रिज़र्व बैंक की ओर से क्रिप्टो करेंसी पर सीधे तौर पर बैन लगाने के प्रस्ताव है। भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्ति कांति दास के अनुसार क्रिप्टो करेंसी किसी भी देश की वित्तीय प्रणाली के लिए संकट पैदा कर सकते हैं।
चीन में क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह से बैन है। चीन का सेंट्रल बैंक क्रिप्टो करेंसी से लेन देन को अवैध घोषित कर चुका है। चीन के अलावा नाइजीरिया, तुर्की, बोलीविया, क़तर, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, विएतनाम जैसे देशों में क्रिप्टो करेंसी पर सम्पूर्ण बैन है। प्रस्तावित बिल जब संसद में पेश होगा तब भारत में क्रिप्टो करेंसी को लेकर सरकार का दृष्टिकोण साफ़ हो जाएगा। साथ ही बिल पर बहस में ढेरों ऐसे तथ्यों के सामने आने की संभावना है जिन्हें लेकर अभी तक लोगों में संशय और भ्रम की स्थिति है।
ऐसे समय में जब विश्व की अर्थव्यवस्था को कोरोना जैसी महामारी की वजह बड़ा धक्का लगा है, यह तय करना आवश्यक है कि वैश्विक और भारतीय अर्थव्यवस्था का किसी और संकट से सामना न हो। ऐसे में क्रिप्टो करेंसी को लेकर सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक का फैसला चाहे जो हो, उस पर कानून और नियम बनाने का प्रस्ताव उचित दिशा में सही कदम है और इसका स्वागत होना चाहिए।
क्रिप्टो-करेन्सी ट्रेडिंग से पैसा डबल करने की बातें करने लगा लड़का, माँ-बाप ने बुलाया तांत्रिक
घाटकोपर, मुंबई. ‘छप्पनगनी यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजेरियल साइंसेस’ के छात्र धर्मेश पॉकेटवाला ने जबसे बिटकॉईन, ईथर, और आइयोटा जैसी क्रिप्टो करेंसियों में ट्रेडिंग प्रारंभ की है, तबसे उसके रंग-ढंग ही बदल गए हैं। उसके द्वारा कही गयी कई क्रिप्टो करेन्सी सम्बंधित बातें उसके माता-पिता की समझ से बाहर हो चुकी थीं। इसी के चलते उसके माता पिता काफ़ी परेशान चल रहे थे और थक हारकर उन्हें उसकी झाडफूँक करवाने के लिए मरघट वाले मशहूर तांत्रिक श्री आगरबाज़ चंदेल को आवरली बेसिस पर बुलाना पड़ा।
पैसों में खेलने के सपने देखता धर्मेश
धर्मेश के पिता श्री सोमेश ने बताया, “कल नाश्ते के बाद धर्मेश ने मुझसे कुछ बत्तीस लाख रुपए की माँग कर डाली। एक-दो महीने पहले तक तो बत्तीस रुपए माँगने से पहले भी वो दो बार सोचा करता था। अब सीना ठोंक के बोला- ‘पापा मैं दो दिन में डबल करके वापिस कर दूँगा!’ पहले तो मुझे लगा कि रात की पार्टी की उतरी नहीं है लड़के की, तो मैं चप्पल से अभी उतार देता हूँ।”
“फिर ध्यान से सुना तो पता चला कि साहबज़ादे पूरी प्लानिंग बना के बैठे हैं। बत्तीस में से सोलह किसी ‘ईथर’ में लगा देंगे, बाक़ी के सोलह की कुछ ‘ICO’ ख़रीद लेंगे, राम जाने क्या है ये आईसीओ? अच्छा फिर सुनो, इसके ठीक आठ घंटे बाद दोनो को क्रिप्टोकरेन्सी ट्रेडिंग बेच के सबके बिटकॉइन ले लेंगे। भगवान जाने क्या-क्या बातें करने लगा। मैंने कहा बेटे लाल ज़मीन पे आ जाओ नहीं तो हॉस्टल भिजवा देंगे। वहाँ जब रैगिंग होगी तो अपने आप धरती और आसमान का फ़र्क़ मालूम पड़ जाएगा बरखुरदार को!” -वो ग़ुस्से से तमतमाते हुए बोले।
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धर्मेश की माताश्री भी उसके हाल ही के स्वभाव में आये बदलाव से काफ़ी परेशान हैं। रुआंसी होकर उन्होंने कहा, “अब देखिए जी, कोकीन-ड्रग्स इत्यादि की आदत हो, शराब-दारू इत्यादि की लत हो, तो हम छुड़वाने के लिए कुछ करें भी! लेकिन ये क्रिप्टो-करेन्सी क्या बला है? दिन रात कम्प्यूटर पे ये लड़का कुछ ‘माइनिंग’ करता रहता है। पैसों को सौ, दो सौ गुना करने की बातें क्रिप्टोकरेन्सी ट्रेडिंग करता रहता है। किसी का पैसा कभी दो सौ गुना होता है क्या एक हफ़्ते में? पड़ोस के शर्मा जी का बेटा तो कह रहा था कि ये सब तो जुआ है जुआ! तो क्या जुआरी हो गया है हमारा धर्मू? मैं तो बहुत घबरा गयी! इसीलिए हमने आगरबाज़ चंदेल जी को बुला भेजा, कि तंत्र मंत्र करके हमारे बच्चे पर से ये जुआरी का भूत भगाओ। बहुत भारी तांत्रिक हैं वो। भारी मतलब कि काफ़ी मोटे हैं, पर काफ़ी नामी भी हैं।”
जहाँ, धर्मेश के माता-पिता तांत्रिक को बुलवाकर धर्मेश का भूत भागना चाह रहे थे वहीं इस न्यूज़ रिपोर्ट के लिखे जाने तक ये ख़बर आ रही थी कि धर्मेश के घर से लौटने के बाद तंत्रिक आगरबाज़ जी ने भी कई बिटकॉइन एक्सचेंजों पर अपने अकाउंट बना कर के क्रिप्टो ख़रीदना शुरू कर दिया है और अपना मेन तंत्र-मंत्र का बिज़नेस अभी होल्ड पर रख दिया है।