लाइटकॉइन ट्रेडिंग

easyMarkets अब TradingView के साथ एकीकृत हो गया है
लिमासोल, साइप्रस, 13 अक्टूबर 2021 /PRNewswire/ -- easyMarkets TradingView प्लेटफॉर्म के साथ अपने एकीकरण की घोषणा करते हुए बहुत खुश है। अब हमारे ग्राहक सीधे अपने चार्ट और उन्नत विश्लेषण फीचरों से ट्रेडरों के लिए बने TradingView के सोशल नेटवर्क, वन-क्लिक ट्रेडिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं इसके लिए उन्हें अपने easyMarkets खाते को TradingView इंटरफ़ेस से जोड़ना होगा। यह सेवा हमारे ग्राहकों को ट्रेड के लिए प्लेटफॉर्म का चयन करने देती है - easyMarkets वेब और ऐप, एमटी4 और अब TradingView भी।
easyMarkets सीएमओ, ओहद गोलन:
हम अपने ग्राहकों को एक और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए बहुत उत्साहित हैं, विशेष रूप से जो TradingView जितना मजबूत है। यह एकीकरण हमें उद्योग में कुछ दलालों में से एक बनाता है जो हमारे ग्राहकों को ट्रेड करने के लिए चार वातावरण का विकल्प प्रदान करता है। easyMarkets हमेशा नवाचार के शिखर पर रहा है और एक उत्सुक प्रारंभिक ग्रहणकर्ता भी, मुझे यकीन है कि यह नवीनतम पेशकश हमें और ज्यादा प्रतिस्पर्धी बना देगी, साथ ही हमारे ग्राहकों को ट्रेड करने के लिए एक और बेहतरीन नया मंच प्रदान करेगी।
TradingView पर अपने easyMarkets खाते का उपयोग करते समय आप easyMarkets उद्योग की अग्रणी स्थितियों, विनियमित ट्रेडिंग और ट्रेडिंग के लिए बनाए गए सोशल नेटवर्क के साथ तंग स्थिर स्प्रैड, उन्नत चार्टिंग और एनालिटिक्स।
TradingView के लाभ और फीचरों पर easyMarkets
easyMarkets के लाभ
TradingView के फीचर
· सीमित ऑर्डर पर कोई स्लिपेज नहीं
· तंग स्थिर स्प्रेड
· ऋणात्मक खाता शेष सुरक्षा
· अत्यधिक कुशल ग्राहक सहायता
· लाइसेंस प्राप्त और विनियमित
· कमीशन पर कोई छिपा शुल्क नहीं
· निर्बाध एकीकरण - easyMarkets ऐप के साथ या easyMarkets वेब प्लेटफ़ॉर्म के साथ TradingView पर खुले हुए ट्रेड बंद करें
· ट्रेडरों के लिए सोशल नेटवर्क। अपने ट्रेडों, रणनीतियों और विचारों को अन्य ट्रेडरों के साथ साझा करें
· उन्नत चार्टिंग। ओवरले और संकेतकों के व्यापक विकल्प के साथ अपने चार्ट को अनुकूलित करें
· गहन बाजार अंतर्दृष्टि। एक्सेस विश्लेषण और रियल-टाइम वेब-आधारित चार्ट।
easyMarkets की स्थिति न केवल ट्रेडरों को एक विनियमित, अच्छी तरह से स्थापित ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग की सुरक्षा प्रदान करता है बल्कि मूल्य पारदर्शिता भी प्रदान करता है। लिमिट ऑर्डर पर कोई स्लिपेज नहीं का मतलब है कि आप निश्चिंत हो सकते हैं कि आपके स्टॉप-लॉस या टेक-प्रॉफिट का निष्पादन आपके इच्छित मूल्य पर होगा। यह आपके ऑर्डर को उच्च या निम्न दर पर क्रियान्वित करने के कारण अतिरिक्त लागतों या हानि से बचाता है। ट्रेडिंग ऑर्डर लाइटकॉइन ट्रेडिंग के दौरान तंग स्थिर स्प्रेड कभी नहीं बदलते हैं, पहला आपको अस्थिरता के दौरान बढ़े हुए स्प्रेड से बचने में मदद करता है और दूसरा लाइटकॉइन ट्रेडिंग आपको अपनी लागतों की अग्रिम गणना करने की अनुमति देता है। अपनी कीमत पारदर्शिता को पूरा करके easyMarkets गारंटी देता है कि वह कभी भी कमीशन, फंडिंग या छिपी हुई फीस नहीं लेगा।
easyMarkets के बारे में
2001 में इसकी स्थापना के बाद से (Easy Forex के रूप में) easyMarkets ने अपने ग्राहकों को सुरक्षा, प्रतिस्पर्धी स्थितियों और वैश्विक बाजारों तक सुविधाजनक पहुंच प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया है। यही कारण है कि हमारे उत्पाद और सेवाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। पिछले एक साल में हमने नए शेयर और क्रिप्टोकरेंसी सहित कई उपकरण जोड़े हैं। हमारे चयन में अब दुनिया के कुछ सबसे लोकप्रिय ब्रांड शामिल हैं और ये विश्व स्तर पर सूचीबद्ध हैं, जिनमें टेस्ला, अमेज़ॅन और एडिडास शामिल हैं। लाइटकॉइन ट्रेडिंग बिटकॉइन, रिपल और एथेरियम को जोड़ने के बाद, हमने अपने प्लेटफॉर्म पर ऑल्ट-कॉइन लाइट कॉइन भी उपलब्ध कराया।
क्रिप्टोकरेंसी क्यों खरीदें जब आप इसे खुद जारी कर सकते हैं
क्रिप्टोकरेंसी को जारी करने की कोई लिमिट नहीं है और इस वजह से इसके वैल्युएशन में जान बूझकर तेजी बनाई जा रही है
ट्यूलिप में बुलबुला नवंबर 1636 से मई 1637 तक चला. यह किसी प्रोडक्ट में बुलबुला बनने का ऐसा उदहारण है जो किताबों में शामिल हो गया है. इस समय बिटकॉइन के मामले में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है.
बिटकॉइन के ब्लॉक चेन के महत्व से किसी को इनकार नहीं है. यह वाकई में बेहतरीन है. ब्लॉक चेन का इस्तेमाल कई तरीके से करेंसी के ट्रांजेक्शन के लिए किया जा सकता है.
इसकी स्टोर वैल्यू गोल्ड या किसी और चीज की तरह महत्वपूर्ण हो सकती है. इसमें कॉन्ट्रेक्ट भी किया जा सकता है. मुख्य रूप से इसकी वजह यह है कि कॉन्ट्रैक्ट्स के रिकॉर्ड कीपर की तरह ब्लॉक चेन तकनीक बहुत महत्वपूर्ण है.
लेकिन इससे बिटकॉइन की वैल्यू बढ़ने का कोई मतलब नहीं है.
यह वास्तव में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस या वर्चुअल रियलटी तकनीक की तरह मूल्यवान है. कुछ लोग बिटकॉइन को एक करेंसी मानते हैं, तो कुछ इसे क्रिप्टो करेंसी कहते हैं.
कुछ लोग इसके पक्ष में तर्क देते हैं कि यह डॉलर, रुपया या पौंड की तरह परंपरागत मुद्रा लाइटकॉइन ट्रेडिंग का विकल्प साबित हो सकती है.
बिटकॉइन को कोई सेंट्रल बैंक जारी नहीं करता. यह एक समुदाय है जो इसे जारी करता है और बिटकॉइन को वेरीफाई करता है. सरकार बिटकॉइन में न तो दखल दे सकती है और न ही इसे नियंत्रित करने के प्रयास कर सकती है.
कुछ लोगों के लिए आश्चर्यजनक रूप से यह आजादी बिटकॉइन को अधिक मूल्यवान और भरोसेमंद बनाती है.
इसके साथ ही बिटकॉइन जारी करने की एक सीमा है. इस समय सीमा 2.1 करोड़ है. यह बात इसे खास बना देता है और गोल्ड की आपूर्ति की तुलना में अधिक वैल्युएबल बनाता है.
बिटकॉइन को भी गोल्ड की तरह वैल्यू वाला बताया जाता है और कहा जाता है कि यह डिजिटल गोल्ड है. यहां भी एक पेच है.
क्रिप्टोकरेंसी जारी करने की कोई सीमा नहीं है और इसे किसी भी संख्या में जारी किया जा सकता है. इस समय बाजार में 1300 से अधिक करेंसी मौजूद है. दुनिया में इस समय जिस बात पर बहस चल रही है उसमें इनिशियल कॉइन ऑफरिंग (आईसीओ यानी ICO) मीनिया है.
बिटकॉइन के अलावा लाइटकॉइन, इथेरम, मोनेक्रो जैसी चीजें हैं. इन्हीं से पोंजी स्कीम की गंध आने लगती है.
आप भी एक लाइटकॉइन ट्रेडिंग नई क्रिप्टोकरेंसी शुरू कर सकते हैं. अगर आपमें कोडिंग स्किल है या आप किसी एक्सपर्ट प्रोग्रामर से संपर्क कर सकते हैं. इस हिसाब से क्रिप्टोकरेंसी के जारी होने पर कोई सीमा की बात समझ में नहीं आती.हर करेंसी में हालांकि खुद से एक सीमा तय कर दी जाती लाइटकॉइन ट्रेडिंग है कि कितनी करेंसी जारी की जाएगी. बिट कॉइन में भी यही हो रहा है.
किसी भी नई मुद्रा के मामले में माइनर बहुत से नए कॉइन निकलता है. कॉइन जारी करने की दर इस हिसाब से घटती रहती है. यही वजह है कि शुरुआती दिनों में माइनर्स पर इसका असर रहता है.
अब हम आपको क्रिप्टोकरेंसी जारी होने के खेल को समझाते हैं:
• किसी कोडर को खोजिये और नई करेंसी जारी लाइटकॉइन ट्रेडिंग कर दीजिये.
• ICO (शुरुआती कॉइन ऑफरिंग) की पहली करेंसी को लोकप्रिय बनाइये.
• ICO में भागीदारी के लिए कई कारोबारियों से संपर्क करें
• ICO के बाद असीमित क्रिप्टो करेंसी जारी कर खूब ट्रेडिंग वॉल्यूम हासिल करिए.
क्रिप्टो करेंसी जारी करने की कोई सीमा नहीं होने की वजह लाइटकॉइन ट्रेडिंग से शुरुआत में मांग-आपूर्ति के अंतर की भी कोई वजह नहीं होती. यह वाकई में क्रिप्टो करेंसी के पूरे इको सिस्टम में ही समस्या नहीं है. यह दरअसल एक पोंजी स्कीम की तरह ही है जहां अधिक से अधिक ट्रेडर को बुलाने की कोशिश की जाती है और उस हिसाब से क्रिप्टो करेंसी की वैल्यू बढ़ाई जाती है.
इसके बाद जब करेंसी का ट्रेडिंग वॉल्यूम और उसकी लोकप्रियता बढ़ती है तो कृत्रिम रूप से उसकी मांग बढ़ती है.
यह निवेश या एसेट क्लास के रूप में सट्टेबाजी के जरिये पैसे बनाने का एक परफेक्ट माध्यम लग सकता है. खास तौर पर अगर कोई इस तरह के टर्म से इसे सुशोभित करना चाहे.
यह ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि हर चमकने वाली चीज सोना नहीं होती.
(लेखक ओमनी साइंस कैपिटल के सीईओ हैं. यहां व्यक्त विचार निजी हैं.)
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जानकारी के लिए बता दें कि क्वॉइनबेस एक्सचेंज क्रिप्टोकरंसी की ट्रेडिंग के सबसे बड़े एक्सचेंज में से एक है। इसमें बढ़त के बावजूद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) इसके खतरे के प्रति लोगों को तीन बार आगाह कर चुका है।
क्या है बिटकॉइन करंसी
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) जैसी है जिसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है। इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
इसमें इस साल 900 फीसद से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया है। अगस्त 2011 में इसकी कीमत पहली बार 1000 डॉलर हुई थी इसके बाद 20 मई 2017 को यह 2000 डॉलर का हुआ था। उसके बाद से इसमें रैली जारी है।
क्या कहना है एक्सपर्ट का-
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि पहली बात यह है कि बिटकॉइन कोई करेंसी नहीं है। करेंसी की परिभाषा के मुताबिक किसी भी देश की मुद्रा में कुछ की हफ्तों के भीतर दोगुने और तीन गुने तक का उछाल नहीं आता है, क्योंकि मुद्रा स्थिर होती है और इसका इस्तेमाल लेन-देन में किया जाता है।
बिटकॉइन हाल ही में 11000 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था और वो इसके बाद गिरकर 9000 डॉलकर पर आ गया। वर्तमान में यह 20,000 डॉलर के लेवल पर है। किसी भी मुद्रा में इस तरह का उतार-चढ़ाव नहीं आता है।
ऐसी अस्थितरता सामान्यतया: किसी निवेश विकल्प में ही आ सकती है। जिस तरह से शेयर मार्केट पर निगरानी रखने के लिए सेबी जैसा नियामक स्थापित किया गया है लेकिन बिटकॉइन का कोई नियामक नहीं है।
इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राइवेट प्लेयर संचालित करते हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि बिटकॉइन की खरीद डिजिटल माध्यम से की जाती है।
ऐसे में अगर मान लीजिए कि कोई आपका सिस्टम हैक कर ले और आपका बिटकॉइन चुरा ले तो आप अपनी शिकायत किसे सुनाने जाएंगे।
RBI ने बिटकॉइन में निवेश के लिए किया आगाह
5 दिसंबर, 2017 को RBI ने इस संबंध में पूर्व में जारी चेतावनी का उल्लेख किया है। साथ ही कहा है कि कई VC के मूल्यांकन में रैली लाइटकॉइन ट्रेडिंग और इनिशियल कॉइन पेशकशों (ICO) में तेज वृद्धि को देखते हुए हम अपनी चिंता को फिर दोहराते हैं।
बिटकॉइन का किसी मौद्रिक प्राधिकरण कि ओर से नियमन नहीं होता है। इसमें ट्रेडिंग को मान्यता नहीं दी गई है। इसलिए वर्चुअल करेंसी में ट्रेड करना काफी जोखिम भरा है।
दक्षिण कोरिया ने बैन की बिटकॉइन में ट्रेडिंग
दक्षिण कोरिया के पीएमओ ने कहा, “सिओल देश के सभी वित्तीय संस्थानों में वर्चुअल करंसी में ट्रेडिंग बैन कर रहा है। इसमें वर्चुअल करंसी की खरीद, अपने पास रखना या फिर कोलैटरल के रूप में रखना शामिल है।” बिटकॉइन में डील करने वाले देशों की सूची में पहले और दूसरे स्थान पर जापान और अमेरिका है।
यह जानकारी क्रिप्टो कंरसी डेटा साइट क्रिप्टोकंपेयर के जरिए सामने आई है। साथ ही दक्षिण कोरिया एथेरियम, लाइटकॉइन और रिप्पल जैसी वर्चुअल करंसी का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है।
कुल वैश्विक बिटकॉइन लेनदेन का 20 फीसद ट्रांजेक्शन दक्षिण कोरिया में होता है। ऐसा माना जा रहा है कि देश में करीब 10 लाख लोगों के पास बिटकॉइन है। साथ ही इसकी मांग इतनी ज्यादा है कि एक यूनिट की कीमत अमेरिका की तुलना में 20 फीसद ज्यादा है।
न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक ने बिटकॉइन को कहा बबल-
न्यूजीलैंड के सेंट्रल लाइटकॉइन ट्रेडिंग बैंक ने कहा, “बिटकॉइन एक बबल है और क्रिप्टोकरंसी का इस्तेमाल भविष्य में बेहद अनिश्चित है। बबल का कभी कोई पता नहीं लगा सकता।
कोई यह नहीं जान सकता है कि इसमें गिरावट आने से पहले यह कितना चढ़ेगा।” इस साल बिटकॉइन में 1500 फीसद तक की तेजी दर्ज की गई है।
साथ ही बीते दो हफ्तों में इसमें 85 फीसद तक की बढ़त देखने को मिली है। जानकारी के लिए बता दें कि सर्कुलेशन में कुल बिटकॉइन की कीमत न्यूजीलैंड की 185 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा है।
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आया भूचाल, बिटकॉइन और इथेरियम में बड़ी गिरावट
बीते 24 घंटे में बिटकॉइन 17 फीसदी तक नीचे आ चुका है। मंगलवार को बिटकॉइन के दाम 51629.75 डॉलर पर पहुंच गए थे, जो आज कारोबारी सत्र के दौरान 42921.27 डॉलर पर पहुंच गए।
बिटकॉइन डिजिटल करेंसी है जिसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है। बिटकॉइन को सिर्फ ऑनलाइन इस्तेमाल किया जा सकता है।
बीते कुछ हफ्तों से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट से निवेशकों को जो फायदा हुआ था वो एक ही दिन में डूब गया। लाइटकॉइन ट्रेडिंग जहां बिटकॉइन में करीब 17 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर इथेरियम जैसी कीमती करेंसी भी 13 फीसदी से ज्यादा गिरावट देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर डॉगेकॉइन के अलावा दुनियाभर की कई क्रिप्टोकरेंसी क्रैश हो गई। जानकारों की अनुसार ब्लॉक संबंधित कंपनियों के शेयरों में गिरावट और प्रमुख रूप से एल सल्वाडोर में बिटकॉइन में ट्रेडिंग होने में देरी की वजह से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भूचाल आया है।
क्यों आई गिरावट
वास्तव में बिटकॉइन में गिरावट मंगलवार से ही आनी शुरू हो गई थी जब अल सल्वाडोर बिटकॉइन को लीगल टेंडर के रूप में अपनाने वाला पहला देश बन गया था, जिसके बाद देश में विरोध शुरू हो गया। वहीं दूसरी ओर ब्लॉकचेन से संबंधित फर्मों के शेयरों में भी गिरावट आई क्योंकि क्रिप्टो स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म आउटेज से प्रभावित हुए। वहीं सबसे बड़ी वजह यह रही कि अल सल्वाडोर सरकार ने बिटकॉइन की डिमांड से निपटने के लिए अस्थाई रूप से एक डिजिटल वॉलेट को अनप्लग कर दिया।
बिटकॉइन में 17 फीसदी तक गिरावट
बीते 24 घंटे में बिटकॉइन 17 फीसदी तक नीचे आ चुका है। मंगलवार को बिटकॉइन के दाम 51629.75 डॉलर पर पहुंच गए थे, जो आज कारोबारी सत्र के दौरान 42921.27 डॉलर पर पहुंच गए। जबकि मौजूदा समय में बिटकॉइन के दाम 11 फीसदी की गिरावट के साथ 45841 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर इथेरियम में 13 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है, जिसके बाद दाम 3322 डॉलर पर आ गए हैं। जबकि 24 घंटे पहले करेंसी की कीमत 3792 डॉलर पर थी। वहीं हाल ही में फोकस में आई डॉगेकॉइन की कीमत में भी 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से दाम 0.2449 डॉलर पर कारोबार कर रही है।
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इन करंसीज का भी बुरा हाल
वहीं दूसरी बाकी करेंसी की बात करें तो बिनांस कॉइन में 16 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। जबकि एक्सआरपी के दाम में 19 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। पोल्काडॉट में 20 फीसदी की गिरावट है। यूनिस्वैप में 17 फीसदी की गिरावट है। लाइट कॉइन की बात करें तो 16 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रही है। पॉलिगन में 19 फीसदी की गिरावट है। थेटा में 25 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है।