निवेश की अवधि

हर महीने 1,000 रुपये का निवेश करना होगा. इस राशि को 20 साल तक जमा करके आप कुल 2.4 लाख रुपये जमा करते हैं. 20 साल में आपका फंड 15 फीसदी सालाना के रिटर्न पर बढ़कर 15 लाख 16 हजार रुपये हो जाएगा. 20 फीसदी सालाना रिटर्न की बात करें तो यह फंड बढ़कर 31.61 लाख रुपये हो जाएगा.
हर महीने छोटा निवेश करके SIP से कमा सकते हैं मोटा मुनाफा
भारत में निवेश की अवधि ज्यादातर लोग ऐसे निवेश विकल्प की तलाश करते हैं, जिसमें जोखिम कम से कम हो और रिटर्न ज्यादा (Low Risk, High Return Investment) मिले. इसलिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश को मोटा मुनाफा कमाने का बेहतरीन विकल्प माना जाता है. SIP के जरिए मासिक, तिमाही या छमाही आधार पर निश्चित राशि जमा की जा सकती है. लंबी अवधि के लिए निवेश से कम्पाउंडिंग बेनेफिट मिलता है और रिटर्न कई गुना बढ़ जाता है. SIP उन लोगों के लिए सबसे बेहतर है, जो शेयर बाजार (Share Market) में सीधे या किसी भी विकल्प में एकमुश्त निवेश नहीं करना चाहते हैं. यदि आप 5 हजार रुपये प्रतिमाह जमा करते हैं तो आपक टोटल कॉर्पस 95 लाख रुपये तक बन सकता है.
किसमें निवेश करना होगा बेहतर, RD स्कीम या एसआईपी
RD स्कीम में एक निवेशक बिना रिस्क के 5.8 से 7 फीसदी के सालाना ब्याज पर निवेश कर सकते हैं. जबकि SIP के जरिए म्युचुअल फंड में निवेश करने पर औसतन 12 फीसदी का ब्याज मिल सकता है. हालाकि अगर बाजार की स्थिति अच्छी रही तो लॉन्ग टर्म में आपको 15 से 18 फीसदी की ब्याज भी मिल सकता है. म्युचुअल फंड में लॉन्ग टर्म निवेश अच्छा होता है, क्योंकि इसपर चक्रवृद्धि ब्याज दिया जाता है.
ज्यादा रिटर्न के लिए एसआईपी कंटीन्यू रखना जरूरी
SIP के जरिए निवेश करने की शुरुआत तो आसान होती है लेकिन इसे जारी रखना थोड़ा मुश्किल भरा हो जाता है. शेयर बाजार पर यह निवेश आधारित होता है इसलिए आपका पोर्टफोलियो कभी फायदे में रहता है तो कभी नुकसान में. लेकिन आपको निवेश जारी रखना होता है. अगर निवेश की जाने वाली रकम छोटी है, लेकिन कंटीन्यूटी कायम है तो जितनी लंबी अवधि के लिए राशि जमा होगी उतना रिटर्न अधिक मिलेगा.
अगर आप हर महीने 5 हजार रुपये आरडी और एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में जमा कर रहे हैं, तो पांच साल में कुल 3 लाख रुपये जमा होंगे. आरडी में 7 फीसदी की अधिकतम ब्याज पर 59,663 रुपये केवल ब्याज के जमा होंगे यानी की कुल मैच्योरिटी राशि 3 लाख 59 हजार 663 रुपये मिलेंगे. जबकि एसआईपी के मामले में औसत रिटर्न 12 फीसदी पर निवेश की अवधि ब्याज 1 लाख 12 हजार 432 रुपये मिलेंगे और कुल राशि 4,12,432 रुपये होगी.
SIP Calculation: सिर्फ 1,000 रुपये मासिक करें निवेश, 2 करोड़ रुपये से ज्यादा का होगा मुनाफा
डीएनए हिंदी: अगर आप करोड़पति बनना चाहते हैं तो आपको कुछ पैसे लगाने होंगे. इसमें खरीदने के लिए कोई उत्पाद या उपकरण नहीं है. न तो शेयर बाजार में निवेश करना है. एसआईपी (SIP) एक ऐसा टूल है जिसके जरिए लंबी अवधि में करोड़पति बनने का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. लंबी अवधि में निवेश करने का फायदा यह है कि यह कंपाउंडिंग के जरिए भारी रिटर्न कमा सकता है. अगर आप भी भविष्य के लिए सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं तो आप अपना निवेश शुरू कर सकते हैं. यह तभी अच्छा होता है जब निवेश शुरू किया जाता है.
PPF Interest Rate : बिना जोखिम के बनना चाहते हैं करोड़पति, इस सरकारी योजना में करना होगा निवेश
PPF Interest Rate : निवेश के लिहाज से पीपीएफ योजना ( PPF Scheme ) जैसी सरकारी योजनाएं एक बेहतरीन विकल्प हैं ! इसमें आपको जहां अच्छा रिटर्न मिलता है वहीं आपका पैसा भी पूरी तरह सुरक्षित रहता है ! इनमें से अधिकतर योजनाओं में बहुत कम राशि से निवेश शुरू किया जा सकता है ! और पेंशन ( Pension ) के रूप में एक बड़ा फंड बनाया जा सकता है ! PPF एक ऐसी योजना है जिसके जरिए आप 1 करोड़ रुपए का फंड बना सकते हैं ! इस योजना का पूरा नाम पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) है !
PPF Interest Rate
इस पीपीएफ स्कीम ( PPF Scheme ) को आप पोस्ट ऑफिस या सरकारी बैंक से ले सकते हैं ! आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) में महज 500 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं ! इस खाते में आप एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपये और हर महीने अधिकतम 12,500 रुपये निवेश कर सकते हैं !
कितना मिलेगा ब्याज : Public Provident Fund Interest Rate
केंद्र सरकार की इस पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) योजना पर निवेशकों को फिलहाल 7.1 निवेश की अवधि फीसदी की दर से ब्याज का लाभ मिलता है ! इस पीपीएफ योजना ( PPF Scheme ) में सरकार मार्च के बाद हर महीने ब्याज देती है ! इसके अलावा आप अपने नाम से या किसी नाबालिग के अभिभावक के रूप में पीपीएफ खाता खुलवा सकते हैं ! इसमें आपको अच्छा रिटर्न मिलता है ! इसके अलावा इस पेंशन ( Pension ) योजना की ब्याज दरें भी अच्छी हैं !
इस पीपीएफ स्कीम ( PPF Scheme ) में निवेशकों को आयकर छूट का भी लाभ मिलता है ! सेक्शन 80C के तहत आप टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं ! पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) की मैच्योरिटी अवधि 15 साल है ! लेकिन आप इसे 5-5 साल की अवधि में और बढ़ा सकते हैं !
Public Provident Fund में मिलेगी लोन की सुविधा
ग्राहक पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) अकाउंट पर लोन भी ले सकते हैं ! लोन पेंशन ( Pension ) अकाउंट खोलने की तारीख से तीन से छह साल तक लिया जा सकता है ! यह खास तौर पर उन निवेशकों के लिए फायदेमंद होता है ! जो बिना किसी सिक्योरिटी को गिरवी रखे छोटी अवधि के लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं ! पीपीएफ योजना ( PPF Scheme ) में ब्याज दर, सुरक्षा, टैक्स के मामलो में कई बेनिफिट्स मिलते है !
अगर हमें इस पीपीएफ योजना ( PPF Scheme ) निवेश की अवधि से एक करोड़ रुपए जमा करने हैं ! तो हमें इस निवेश अवधि को 25 साल करना होगा ! तब तक 1.5 लाख रुपये सालाना जमा पर 37,50,000 रुपये जमा हो चुके होंगे ! जिस पर 7.1 फीसदी सालाना की दर से 65,58,012 रुपये का ब्याज मिलेगा ! वहीं, पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund ) में मैच्योरिटी राशि तब तक 1,03,08,012 रुपए हो जाती !
देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पहली छमाही के दौरान 14% घटकर 26.9 अरब डॉलर हुआ
पहली छमाही के दौरान सिंगापुर 10 अरब डॉलर के एफडीआई के साथ शीर्ष निवेशक के रूप में उभरा है.
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) इक्विटी प्रवाह इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान 14 प्रतिशत घटकर 26.9 अरब डॉलर रह गया. डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान इक्विटी प्रवाह 31.15 बिलियन डॉलर था. चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों के दौरान कुल एफडीआई प्रवाह भी घटकर 39 अरब डॉलर रह गया, जिसमें इक्विटी प्रवाह, पुनर्निवेश आय और अन्य पूंजी शामिल है. जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 42.86 अरब डॉलर रहा था.
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इस वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान सिंगापुर 10 अरब डॉलर के एफडीआई के साथ शीर्ष निवेशक के रूप में उभरा है. इसके बाद मॉरीशस (3.32 बिलियन डॉलर), यूएई (2.95 बिलियन डॉलर), यूएसए (2.6 बिलियन डॉलर), नीदरलैंड्स (1.76 बिलियन डॉलर) और जापान (1.18 बिलियन डॉलर) का स्थान आता है.
चालू वित्त वर्ष की छह महीने की अवधि के दौरान कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सेक्टर में सबसे अधिक 6.3 अरब डॉलर का इक्विटी प्रवाह आया. इसके बाद सर्विस सेक्टर (4.16 अरब डॉलर), ट्रेडिंग (3.28 अरब डॉलर), केमिकल (1.3 अरब डॉलर), वाहन उद्योग (93.2 करोड़ डॉलर) और निर्माण (बुनियादी ढांचा) गतिविधियों ने (99 करोड़ डॉलर) का पूंजी प्रवाह हासिल किया है.
मध्यम अवधि में निवेश के लिए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के टॉप 10 स्टॉक्स
चीन में लॉकडाउन के फ्रेश दौर ने सेमी-कंडक्टर की अवेलेबिलिटी को जबरदस्त तरीके से प्रभावित किया है। इससे लगभग 10,000 यूनिट्स के संभावित प्रोढडक्शन नुकसान की संभावना है। बता दें, पिछले तीन महीनों में प्रोडक्शन में में क्रमिक रूप से गिरावट आई है। नवंबर 2022 में मारुति ने 152,786 यूनिट्स का प्रोडक्शन किया जो पिछले साल इसी महीने में हुए उत्पादन के लगभग बराबर है।
शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपए में आई 8 पैसे की बढ़त
विदेशी बाजारों में डॉलर के कमजोर होने से सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे बढ़कर 81.25 के स्तर पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 81.26 पर खुला और पिछले बंद भाव के मुकाबले आठ पैसे की बढ़त के साथ 81.25 के स्तर पर पहुंच गया।
केवल 3 दिन में 1300 रुपए महंगा हुआ सोना, जानें कारण
शादियों का सीजन शुरू हो गया है और देश में सोना और चांदी की कीमतों में अच्छी तेजी देखी जा रही है। MCX पर सोना 360 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी के साथ 54,210 रुपये प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा है, जो कि आज का उच्च स्तर है। वहीं, चांदी के दाम भी करीब 7 महीने के हाई पर पहुंच गई है। आंकड़ों के अनुसार चांदी 729 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी के साथ 67,178 रुपये प्रति किलोग्राम पर है।
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