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स्टार्टअप में निवेश

स्टार्टअप में निवेश
एक संगठन के रूप में, हम स्टार्टअप्स को व्यावसायिक सलाह कार्यक्रम प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं ताकि वे एक सफल व्यवसाय चलाने की जमीनी रणनीति के साथ तालमेल बिठा सकें। उन्हें व्यवसाय की दुनिया के नवीनतम रुझान की आवश्यकता का एहसास कराना और उन्हें विभिन्न विशेषज्ञों और समकक्ष संगठनों के साथ संपर्क में लाना, उन्हें विकसित करने और नवोदित उद्यमियों में विश्वास पैदा करना ही हमारा प्रमुख कार्य है।

युवराज सिंह की स्वास्थ्य, खेल, खानपान क्षेत्र के स्टार्टअप में निवेश की योजना

नई दिल्ली। क्रिकेटर से वेंचर कैपिटलिस्ट बने युवराज सिंह की योजना अपना निवेश पोर्टफोलियो बढ़ाने की है। इसके लिए उनकी अगले तीन से छह महीनों में स्वास्थ्य, खेल, खानपान और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले प्रौद्योगिकी स्टार्टअप में हिस्सेदारी खरीदने की योजना है। युवराज सिंह ने अपनी निवेश कंपनी यूवीकैन वेंचर्स के माध्यम से …

नई दिल्ली। क्रिकेटर से वेंचर कैपिटलिस्ट बने युवराज सिंह की योजना अपना निवेश पोर्टफोलियो बढ़ाने की है। इसके लिए उनकी अगले तीन से छह महीनों में स्वास्थ्य, खेल, खानपान और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले प्रौद्योगिकी स्टार्टअप में हिस्सेदारी खरीदने की योजना है। युवराज सिंह ने अपनी निवेश कंपनी यूवीकैन वेंचर्स के माध्यम से हेल्थियंस, होलोसूट, जेटसेटगो, ईजीडाइनर, वेलवर्स्ड इत्यादि स्टार्टअप कंपनियों में निवेश किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगले तीन से छह महीनों में हम सक्रिय तौर पर निवेश अवसरों की पहचान करेंगे। हमारा लक्ष्य ‘स्टार्टअप इंडिया’ अभियान में योगदान देने का है। हमारा ध्यान स्वास्थ्य, खेल, खानपान और कृषि क्षेत्र में काम कर रहे प्रौद्योगिकी स्टार्टअप पर है।’’

यूवीकैन ने हाल ही में वेलवर्स्ड में निवेश किया है। हालांकि निवेश की राशि का खुलाना सिंह ने नहीं किया। इस निवेश के लिए वेलवर्स्ड का कारोबारी मूल्यांकन 100 करोड़ रुपये किया गया। सिंह ने कहा, ‘‘अपने फांउडेशन और ब्रांड यूवीकैन के माध्यम से हम हमेशा समाज में कुछ अलग करना चाहते हैं। हम हमेशा लोगों का जीवन बेहतर बनाना चाहते हैं। हमारी आने वाले साल में तेजी से निवेश करने की योजना है। उम्मीद है कि यह साल सबके लिए अच्छा हो।’’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से निवेश योजनाएं रुकी पड़ी थीं। लॉकडाउन खुलने के बाद यूवीकैन वेंचर्स ने सबसे पहला निवेश वेलवर्स्ड में किया है। वेंचर कैपिटलिस्ट के रूप में अपने अनुभव के बारे में सिंह ने कहा कि यूवीकैन वेंचर्स की शुरुआत 2013 में की गयी और हम अब तक 10 से 11 स्टार्टअप में निवेश कर चुके हैं।

Video: रतन टाटा ने किया बुजुर्गों को सपोर्ट करने वाले स्टार्टअप में निवेश

दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने बुजुर्गों की सेवा के लिए एक स्टार्टअप गुडफेलोज़ में निवेश का ऐलान किया है. उनका ये स्टार्टअप युवाओं को बूढ़े लोगों का सहारा बनाएगा. जिसमें बुजुर्गों का अकेलापन दूर करने के लिए युवा उनके साथ कई एक्टिविटीज़ करेंगे.

खुद का स्टार्टअप शुरू कैसे करें | निवेश के लिए पूँजी कहाँ से लाएं

स्टार्टअप शुरू कैसे करें ( startup shuru kaise karen ) शुरूआती समय में पूंजी कहाँ से लाये, किसी भी स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए, ये है महत्वपूर्ण टिप्स :

आज के समय में सभी युवा चाहते हैं, अपना खुद के आईडिया के साथ व्यापार शुरू करें। कोरोना महामारी के दौरान बहुत लोगों ने प्राइवेट नौकरी के क्षेत्र में परेशानी का सामना किया है। वहीं अपने बिज़नेस वाले लोगो की स्थिति भी ख़राब थी, लेकिन नौकरी वालों इतना संघर्ष उन्हें नहीं करना पड़ा। इसीकारण महामारी के बाद नए स्टार्टअप की काफी तेजी के साथ बढ़ोतरी भी हो रही है। लोग अपना खुद का स्टार्टअप शुरू कर, अपना जीवन सिक्योर करना चाहते हैं।

वहीं कुछ लोग अपना खुद के आईडिया के साथ स्टार्टअप शुरू करना तो चाहते हैं, लेकिन उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती निवेश के लिए पूँजी की कमी होती है। चाह कर भी अपना बिज़नेस शुरू नहीं कर पाते हैं, उन्हें ये नहीं पता होता है निवेश के लिए पूँजी कहाँ से लाएं

इस पोस्ट में स्टार्टअप बिज़नेस के लिए जरुरी बातें बताई गई है। इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आपको स्टार्टअप में निवेश बहुत से ऎसे नई जानकारी मिलेगी, जिसके लिए अक्सर लोग परेशान रहते हैं। आइये जानते हैं-

स्टार्टअप बिज़नेस शुरू करने के लिए जरुरी बातें

खुद का स्टार्टअप शुरू करना इतना आसान नहीं है,जितना किसी बिज़नेस आईडिया के बारे में विचार करना । किसी भी स्टार्टअप शुरू करने के लिए पहले कई प्लानिंग करने की जरूरत होती है। अगर आप खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। तो पहले इन बातों को अपने दिमाग में डाल लें। ये सभी बातें आपके बिजनेस में मददगार साबित होगी और आपको बाद में परेशान नहीं होना पड़ेगा।

नए बिज़नेस शुरू करने के लिएजरूरी बातें

  1. किसी भी स्टार्टअप को शुरू करने के लिए एक अच्छे बिज़नेस आइडिया की जरूरत होती है। इसलिए किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले बिजनेस का आइडिया स्टार्टअप में निवेश जरूर सोच लें। साथ ही ये भी विचार लें, जिस आईडिया पर आप अपना पूरा बिजनेस खड़ा करने वाले हैं उसकी मार्किट पॉवर क्या होगी। यानी आपके काम को किस तरह पसंद करेंगे, क्या डिमांड हो सकती है, आप उस आईडिया के लिए कितने सक्षम हैं, इसकी पूरी ब्लू प्रिंट तैयार कर लें।
  2. कोई भी स्टार्टअप शुरू करने से पहले आपको मार्किट का हाल जानना सबसे ज्यादा जरूरी है। इसलिए जब भी आप स्टार्टअप की सोचें, तो मार्किट रिसर्च जरूर करें।
  3. अगर आप बड़े पैमाने पर बिजनेस शुरू कर रहे हैं, तो पहले ये जान लें कि आप पैसे कैसे जुटाएंगे, साथ ही यदि आप लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो पहले इसकी पूरी जानकारी बटोर लें। लोन के लिए अप्लाई करने के पहले आपको कुछ डॉक्यूमेंट तैयार करने होते हैं। उसके लिए आपको कुछ पैसे भी खर्च करने पड़ेंगे।
  4. बिज़नेस नाम के चयन को लेकर लोगों के सामने बहुत समस्या आती है। यदि आप अपने बिजनेस के नाम को भविष्य में एक बड़ा ब्रांड बनाना चाहते हैं, तो नाम छोटा और सरल रखें. किसी भी बिज़नेस में नाम का भी बहुत असर होता है।
  5. एक अच्छा और सक्सेसफुल बिजनेमैन बनना है, तो आपको सारे लीगल काम करने होंगे इसके लिए आप किसी लीगल एडवाइजर से विचार विमर्श कर सकते हैं। अपने बिजनेस को रजिस्टर कराना जरूरी है।
  6. बिजनेस शुरू करना है तो रिस्क तो लेना ही होगा। कोई भी बिजनेस चलेगा या नहीं ये शुरुआत में कहा नहीं जा सकता है। ऐसे में पैसों का अधिक नुकसान न हो। इसके लिए पहले से ही तैयार रहना जरूरी है। आप ये जान लें कि आप उस बिजनेस के कितने करीब हैं. यानी क्या वह आपको पैशन हैं? यदि हां तो आपको इस बिजनेस में खड़ा करने के लिए ज्यादा समय नहीं लगेगा।

खुद का स्टार्टअप शुरू कैसे करें- Step by Step

स्टार्टअप के लिए निवेश के लिए पूँजी कहाँ से लाएं

व्यवसायों और स्टार्टअप के लिए पूंजी जुटाना लोगों की सबसे बड़ी समस्या होती है। जिनके पास पैसे हैं, उन्हें भी बिज़नेस को बड़ा करने के लिए बिज़नेस स्टार्ट करने के बाद पूंजी की आवश्यकता होती है। चाहे कोई भी बिज़नेस या इंडस्ट्री हो, लगभग सभी प्रकार की कंपनियाँ अपने जीवन चक्र के दौरान इन पाँच अलग-अलग चरणों से होकर गुज़रती ही है। आप सोच भी नहीं सकते, ऐसे कई तरीके हैं जिससे कोई व्यवसाय अपने लिए पूँजी जुटा सकते हैं।

यहाँ तक कि कुछ बिज़नेस अपनी पूँजी जुटाने के लिए क्राउडफंडिंग का तरीका भी अपनाते हैं। पर यह फंडिंग-ऑप्शन अभी भी अपनी शुरुआती अवस्था में है और इस पर भरोसा करना सिर्फ तुक्का लगाने जैसा ही होता है। चलिए, जानने का प्रयास करें, स्टार्टअप के लिए निवेश के लिए पूँजी कहाँ से लाएं

  1. ऋण के द्वारा पूंजी निवेश
  2. एंजेल इन्वेस्टर्स के द्वारा पूंजी निवेश
  3. वेंचर कैपिटलिस्ट के द्वारा पूंजी निवेश
  4. ऋण उपकरणों के द्वारा पूंजी निवेश
  5. निजी इक्विटी के द्वारा पूंजी निवेश
  6. सार्वजनिक तौर पर शेयर इश्यू के द्वारा पूंजी निवेश

स्टार्टअप शुरू कैसे करें ( startup shuru kaise karen ) शुरूआती समय में पूंजी कहाँ से लाये, किसी भी स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए, ये है महत्वपूर्ण टिप्स की जानकारी आपको तो मिल गई होगी। इस सभी महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए आप खुद के किसी बेस्ट आईडिया के साथ अपना स्टार्टअप की शुरुआत कर सकते हैं। आवश्यकता पड़ने पर किसी लीगल सलाहकार से विचार विमर्श करना उचित होगा। यह जानकारी आपको किसी बिज़नेस को सफल बनाने के लिए जरुरी है, इसलिए आपको पोस्ट के माध्यम से बताया। आपके बिज़नेस की सफलता आपके द्वारा किये गए मेहनत और मार्केट रिसर्च पर निर्भर करती है।

यहाँ कुछ साधारण बिज़नेस आइडियाज के बारे में मैं आपको बताना चाहूंगा। ये सभी बिज़नेस अगर ठीक ढंग से किये गए तो बहुत ही फायदेमंद हो सकते हैं।

Ratan Tata ने फिर जीता दिल, 25 साल के युवा के स्टार्टअप में इस इरादे से किया निवेश

Ratan Tata: दिग्गज बिजनेस मैन रतन टाटा ने एक बार फिर लोगों का दिल जीत लिया है. इस बार रतन टाटा ने ऐसा बड़ा और भावुक ऐलान किया है, जिसे सुन कर लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. साथ ही उन्होंने 25 साल के युवा के स्टार्टअप में निवेश भी किया है.

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Ratan Tata ने फिर जीता दिल, 25 साल के युवा के स्टार्टअप में इस इरादे से किया निवेश

Ratan Tata Launches India's 1st Companionship Startup For Senior Citizens: उद्योग जगत के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा अपने दयालु स्वाभाव और आम लोगों के हित में किए जाने वाले कामों को लेकर अक्सर ही सुर्ख़ियों में रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने अपने बड़े दिल का सुबूत पेश किया है. रतन टाटा ने वरिष्ठ नागरिकों को सेवा के रूप में सहयोग देने वाले स्टार्टअप गुडफेलोज में निवेश की घोषणा की है. हालांकि, रतन टाटा ने अब तक निवेश की रकम के बारे में जानकारी नहीं दी है, लेकिन उनके इस ऐलान पर सभी उनकी खूब वाहवाही कर रहे हैं.

गौरतलब है कि टाटा समूह से रिटायरमेंट के बाद से रतन टाटा इससे पहले भी कई स्टार्टअप में पैसे लगा चुके हैं. अबतक वह 50 से अधिक कंपनियों में निवेश कर चुके हैं. इस रतन टाटा ने 25 साल के युवा के स्टार्टअप में निवेश करने का ऐलान किया है.

जानिए कौन है फाउंडर?

रतन टाटा ने जिस नए स्टार्टअप में निवेश का ऐलान किया है, उसकी स्थापना 25 साल के शांतनु नायडू ने की है. शांतनु कॉर्नेल विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है और फिलहाल टाटा के कार्यालय में हैं और 2018 से टाटा की सहायता कर रहे हैं. यानी बहुत छोटी उम्र में शांतनु ने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है.

स्टार्टअप में क्या है ख़ास?

अब जानते हैं इस स्टार्टअप के बारे में. यह स्टार्टअप वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों के साथी के रूप में काम करने के लिए युवा स्नातकों को काम पर रखता है. अभी कंपनी मुंबई में अपने बीटा चरण में पिछले छह महीनों से 20 बुजुर्गों के साथ काम कर रही है और आगे पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु में सेवाएं देने की योजना बना रही है. धीरे-धीरे कंपनी का विस्तार किया जाएगा.

रतन टाटा ने कही बड़ी बात

इस ऐलान के बाद 84 वर्षीय रतन टाटा ने स्टार्टअप की तारीफ करते हुए कहा कि जब तक आप वास्तव में बूढ़े नहीं हो जाते, तब तक किसी को भी बूढ़े होने का मन नहीं करता. उन्होंने 25 वर्षीय नायडू के स्टार्टअप में निवेश बारे में बात करते हुए कहा कि एक अच्छे स्वभाव वाला साथी हासिल करना भी एक चुनौती है. वहीं, नायडू ने भी रनत टाटा के बारे में बात करते हुए कहा कि को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र के रूप में संबोधित करते हुए बताया कि दुनिया में पांच करोड़ बुजुर्ग हैं, जो अकेले हैं।. नायडू ने कहा कि वह पूरे देश में विस्तार करना चाहते हैं, लेकिन गुणवत्ता से समझौता किए बिना धीमी गति से आगे बढ़ना पसंद करेंगे.

स्टार्टअप के लिए व्यावसायिक योजनाएं

स्टार्टअप के लिए व्यावसायिक योजनाएं

स्टार्टअप के लिए व्यावसायिक योजनाएं: कोविड-19 की अराजकता के बीच, आत्मनिर्भर भारत की योजना भारतीय स्टार्टअप को भूमिका निभाने और उन नवाचारों का प्रभार लेने का एक बड़ा मौका है, जिसके लिए हम आमतौर पर अपने आयात किए हुए सामान और वैश्विक आपूर्ति पर निर्भर करते हैं। हम, एक संगठन के रूप में जरूरतमंदों और बयाना उद्यमियों को एक मंच प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर स्टार्टअप में निवेश रहे हैं ताकि उनके लिए रोजगार हासिल करने के रूप में पहल करके, उनके कौशल का प्रदर्शन किया जा सके।

भारतीय स्टार्टअप और इनोवेशन हमारे राष्ट्र की जर्जर स्थिति को बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बदले में, वे वस्तुओं का उत्पादन करके और ऐसी सेवाएं प्रदान कर सकते हैं जो विश्वस्तर पर अभी तक सस्ती हैं।

सीमित समय और बजट में वस्तुओं और उत्पादों के विनिर्माण करने के कारण ही, स्टार्टअप्स को प्रतिकूल परिस्थितियों को अवसरों में परिवर्तित करने के लिए जाना जाता है। स्टार्टअप्स ही भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और ये अधिक नौकरियों का सृजन करने में मदद करते हैं, जिसका अर्थ है अधिक रोजगार और, बदले में, राष्ट्र की बेहतर अर्थव्यवस्था।

ग्लोबल डेटा के अनुसार, स्टार्टअप किसी अन्य बड़ी कंपनी या उद्यम की तुलना में अधिक नौकरियां पैदा कर रहे हैं। कई स्टार्टअप ने अपने दिन-प्रतिदिन के व्यवसाय में उन्नत तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि को प्रेरित किया है।

सिर्फ स्टार्टअप को स्थापित करना ही पर्याप्त नहीं है, इसके साथ हर स्टार्टअप को अपने उत्पादों और सेवाओं को गुणवत्ता वाले उत्पादों और सेवाओं तक पहुंचाने का लक्ष्य रखना चाहिए, ताकि वे सही तरीके से सफल हो सकें। उन्हें विकसित करने और समृद्ध बनाने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका एक सभ्य व्यवसाय की योजना तैयार करना है।

आत्मनिर्भर योजना स्कीम के तहत, मुफ्त लोन छोटे व्यवसाय या व्यवसाय स्टार्टअप की ओर अग्रसर होते हैं। इसके साथ ही, छोटे उद्यमों को बैंकों आदि से कुछ निश्चित ऋण देकर राहत प्रदान की जाती है।

स्टार्टअप के लिए व्यावसायिक योजनाएं: व्यावसायिक योजनाएं किसी भी व्यावसायिक उद्यम के सफल संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण अंग के रूप में कार्य करती हैं। यह किसी भी उद्यम को संशोधित करते समय सही निर्णय लेने में एक आवश्यक उपकरण की मदद करता है।

महत्वपूर्ण आधारभूत जहां व्यावसायिक योजनाएं एक स्वस्थ विकल्प साबित हो सकती हैं:

  • ऋण या निवेश की मांग करते समय सहायक – ऋण या निवेश के लिए किसी भी निवेशक या बैंक की ओर जाते समय, वे हमारी लघु / दीर्घकालिक व्यापार योजना का पता लगा सकते हैं। उस स्थिति में, 500 पृष्ठों के दस्तावेज़ के साथ उन्हें संभालना पूरी योजना से गुजरने के लिए प्राधिकरण के उत्साह को प्रभावित कर सकता है। इसीलिए, किसी भी व्यवसाय योजनाओं का एक आसान नोट व्यवसाय के लिए धन हासिल करने में उपयोगी साबित हो सकता है।
  • व्यावसायिक योजना एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है – किसी भी व्यावसायिक योजना को काले और सफेद में डालना, और समय-समय पर समीक्षा करने से बेहतर परिणाम मिलता है कि व्यावसायिक लक्ष्य क्या हैं और इसे प्राप्त करने के लिए सभी उपायों की क्या आवश्यकता है।
  • जानिए कहां खर्च करना है – चाक-चौबंद व्यावसायिक योजनाएँ बढ़ती व्यापार उद्यमों के भेस में एक आशीर्वाद के रूप में निकलती हैं क्योंकि वे इसे पहले से जानते हैं कि कहाँ खर्च करना है, कब किराया स्टार्टअप में निवेश करना है, क्या खरीदना है आदि।
  • न्यूनतम जोखिम – किसी भी व्यावसायिक योजना को सावधानीपूर्वक बनाने और उसकी समीक्षा करने से, हम धीरे-धीरे किसी भी कमजोर स्थान को उजागर कर सकते हैं, जो लंबी अवधि में व्यापार के जोखिम को कम करने में मदद करेगा।

एक संगठन के रूप में, हम स्टार्टअप्स को व्यावसायिक सलाह कार्यक्रम प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं ताकि वे एक सफल व्यवसाय चलाने की जमीनी रणनीति के साथ तालमेल बिठा सकें। उन्हें व्यवसाय की दुनिया के नवीनतम रुझान की आवश्यकता का एहसास कराना और उन्हें विभिन्न विशेषज्ञों और समकक्ष संगठनों के साथ संपर्क में लाना, उन्हें विकसित करने और नवोदित उद्यमियों में विश्वास पैदा करना ही हमारा प्रमुख कार्य है।

एक योजना के बिना एक लक्ष्य सिर्फ एक इच्छा के समान है“- आइए हम अधिकतम रोजगार का उत्पादन करने की इच्छा करने के बजाय, एक ऐसा एजेंडा बनाए जिससे वैश्विक बाजार में उभरते उद्यमियों का शासन रहे।

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