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XBB Omicron Sub Variant: महाराष्ट्र में बढ़ने लगे कोरोना के मामले, ओमिक्रोनXBB सब-वैरिएंट के 18 केस मिले

Maharashtra Corona News: एक्सबीबी ओमिक्रोन के BA.2.75 और BJ.1 सब-वेरिएंट का एक हाइब्रिड है.

By: ABP Live | Updated at : 19 Oct 2022 08:26 PM (IST)

कोरोना टेस्ट करते हुए स्वास्थ्यकर्मी (फाइल फोटो)

XBB Sub-Variant Case In Maharashtra: महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी हो रही है. इस बीच ओमिक्रोन (Omicron) के नए सब-वेरिएंट के केस भी तेजी से सामने आ रहे हैं. राज्य में अक्टूबर के पहले 15 दिनों में ओमिक्रोन के एक्सबीबी सब-वेरिएंट के अठारह मामलों का पता चला है. महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार (19 अक्टूबर) को ये जानकारी दी. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इनमें से 13 मामले पुणे से, दो-दो मामले नागपुर और ठाणे से और एक मामला अकोला जिले से सामने आया.

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 418 नए मामले मिले हैं और 3 लोगों की मौत हुई है. महाराष्ट्र सरकार ने त्योहारी सीजन को देखते हुए लोगों को XBB वैरिएंट के लिए अलर्ट किया है और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है. मुंबई नागरिक निकाय ने मंगलवार (18 अक्टूबर) को एक एडवाइजरी जारी कर लोगों से आगामी त्योहारी सीजन से पहले कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन करने का आग्रह किया ताकि मामलों की संख्या में और बढ़ोतरी को रोका जा सके. अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के बाद तक मुंबई में दैनिक मामलों में वृद्धि देखी गई है.एक्सटीबी

XBB सब-वेरिएंट का खतरा बढ़ा

इसी बीच ओमिक्रोन के नए सब-वेरिएंट XBB का खतरा भी बढ़ गया है. महाराष्ट्र में अब तक XBB के 18 केस सामने आ चुके हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि XBB अन्य सभी सब-वेरिएंट पर हावी है. यह दुनिया के कई हिस्सों में पाया गया है. एक्सबीबी ओमिक्रोन के BA.2.75 और BJ.1 सब-वेरिएंट का एक हाइब्रिड है.

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क्या कहना है डॉक्टर का?

सीआईआई पब्लिक हेल्थ काउंसिल के अध्यक्ष और एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड-19 के नए वेरिएंट्स की उम्मीद की जा रही है जिनमें म्यूटेशन होने की प्रवृत्ति है. अब स्थिति अलग है, पहले कोई टीकाकरण नहीं था, लेकिन अब लोगों को टीका लगाया गया है और वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित की है.

बाहर जाने पर मास्क जरूर लगाएं

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि यदि आप बाहर जा रहे हैं और विशेष रूप से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर तो मास्क (Face Mask) अवश्य पहनें. बुजुर्गों को बाहर जाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण फैलने की संभावना अधिक होती है. हालांकि अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में भर्ती होने की संभावना कम है.

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Published at : 19 Oct 2022 07:45 PM (IST) Tags: Corona Maharashtra Omicron XBB Sub-Variant हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

‘XBB’ के कारण कोविड-19 की एक और लहर आ सकती है : डब्ल्यूएचओ

डॉ. स्वामीनाथन ने कहा, ‘‘ओमीक्रोन के 300 से अधिक उपस्वरूप हैं. मुझे लगता है कि अभी जो चिंता का सबब है, वह एक्सबीबी है, जो पुन: संयोजित वायरस है. हमने पहले भी कुछ पुन: संयोजित वायरस देखे थे.

‘XBB’ के कारण कोविड-19 की एक और लहर आ सकती है : डब्ल्यूएचओ

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि सार्स-कोव-2 वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के एक्सबीबी उपस्वरूप के कारण कुछ देशों में ‘‘कोविड-19 संक्रमण की एक और लहर'' आ सकती है. पुणे में विकासशील देश टीका निर्माता नेटवर्क (डीसीवीएमएन) की वार्षिक आम बैठक के इतर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक किसी भी देश से ऐसे आंकड़े नहीं मिले हैं, जिससे पता चले कि संक्रमण के ये नए स्वरूप चिकित्सीय रूप से अधिक गंभीर हैं.

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डॉ. स्वामीनाथन ने कहा, ‘‘ओमीक्रोन के 300 से अधिक उपस्वरूप हैं. मुझे लगता है कि अभी जो चिंता का सबब है, वह एक्सबीबी है, जो पुन: संयोजित वायरस है. हमने पहले भी कुछ पुन: संयोजित एक्सटीबी वायरस देखे थे. यह प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की क्षमता रखता है, जिसका मतलब है कि एंटीबॉडी का भी इस पर असर नहीं पड़ता. इसलिए हम धीरे-धीरे एक्सबीबी के कारण कुछ देशों में संक्रमण की एक नयी लहर देख सकते हैं.''

उन्होंने कहा कि वायरस उत्परिवर्तन के कारण अधिक संक्रामक होता जा रहा है. इससे निपटने के लिए डॉ. स्वामीनाथन ने निगरानी पर जोर दिया. उन्होंने संक्रमण से रक्षा करने के लिए मास्क पहनना जारी रखने की सलाह दी.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Omicron के 2 नए वेरिएंट आए सामने, जिन्हें कहा जा रहा 'चचेरे भाई'; कई देशों में हड़कंप

Omicron Variant BQ.1 and XBB: कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो नए सब-वेरिएंट एक्सएक्सबी और बीक्यू.1 सामने आए हैं, जो एक ही परिवार से आते हैं और 'चचेरे भाई' हैं.

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Omicron New Variant: कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण दुनियाभर के कई देशों में लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बीच ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट सामने आए है, जिससे कई देशों में हड़कंप मचा हुआ है. ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने अक्टूबर के अंत में ओमिक्रॉन के दो नए वेरिएंट को बीक्यू.1 और एक्सबीबी का नाम दिया. स्वास्थ्य अधिकारी इन पर नजर रख रहे हैं.

चचेरे भाई हैं बीक्यू.1 और एक्सटीबी एक्सबीबी

अगर ओमिक्रॉन के अलग-अलग वेरिएंट को एक परिवार के रूप में देखें, इस साल के शुरुआत में ब्रिटेन में प्रभावी रहा बीए.2 वेरिएंट (फिलहाल ब्रिटेन में प्रभावी स्वरूप) बीए.5 का जनक है और बीक्यू.1 उसका वंशज है. दूसरे शब्दों में कहें तो बीक्यू.1 बीए.5 का सब-वेरिएंट है. एक्सबीबी ओमिक्रॉन के बीए.2 के दो सब-वेरिएंट बीए.2.10.1 और बीए.2.75 का एक हाइब्रिड वेरिएंट है. लिहाजा, एक्सबीबी बीए.2 का दूसरा वंशज है. इस तरह एक्सएक्सबी और बीक्यू.1 एक ही परिवार से आते हैं और 'चचेरे भाई' हैं.

जब दो अलग-अलग सब-वेरिएंट की आनुवंशिक सामग्री के कुछ हिस्से आपस मिलते हैं तो एक संकर यानी हाइब्रिड वेरिएंट बनता है. हमने पहले भी कोरोना वायरस (Coronavirus) के साथ ऐसा होते देखा है, जिसे 'एक्स' (जैसे एक्सडी, एक्सई और एक्सएफ) से शुरू होने वाले भिन्न नाम से एक्सटीबी दर्शाया गया है.

किस तरह फैलते हैं ओमिक्रॉन के ये 2 नए वेरिएंट?

ओमिक्रॉन के बीक्यू.1 और एक्सबीबी वेरिएंट कितने खतरनाक है और क्या ये चिंताजनक हैं? आइए सबसे पहले जानते हैं कि ये किस तरह फैल रहे हैं. ब्रिटेन, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में बीक्यू.1 का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ONS) के हालिया आंकड़ों से अनुमान लगाया गया है कि देश में बीक्यू.1 के सब-वेरिएंट (बीक्यू.1 और बीक्यू.1.1 सहित) से संक्रमण के 16.7 प्रतिशत, जबकि अमेरिका में बीक्यू.1 और बीक्यू.1.1 से संक्रमण के लगभग 35 प्रतिशत मामले सामने आए.

एक्सबीबी का प्रकोप एशिया में अधिक नजर आता है. ओएनएस के आंकड़े बताते हैं कि ब्रिटेन में एक्सबीबी से संक्रमण के 0.7 प्रतिशत मामले सामने आए हैं. सिंगापुर में हाल ही में संक्रमण के जितने मामले सामने आए थे, उनमें से 58 प्रतिशत एक्सबीबी स्वरूप के थे. लेकिन, एक ओर जहां दुनिया भर में एक्सबीबी मामलों में वृद्धि देखी जा रही है तो दूसरी ओर सिंगापुर में इसके मामले कम होने लगे हैं. वैज्ञानिक उन विभिन्न क्षेत्रों पर करीब से नजर रख रहे हैं, जहां ये दोनों वेरिएंट पाए जा रहे हैं ताकि यह देखा जा सके कि कहां इनके ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं.

बीक्यू.1 और एक्सबीबी के बीच क्या अंतर है?

स्पाइक प्रोटीन (वायरस की सतह पर एक प्रोटीन, जो इसे हमारी कोशिकाओं में जाने देता है) के ‘रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन’ में कई साझा उत्परिवर्तन होने के कारण ओमिक्रॉन स्वरूप सफल होते हैं. रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) वायरस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो स्पाइक प्रोटीन पर स्थिति होता है. स्पाइक प्रोटीन आरबीडी को शरीर के रिसेप्टर में जाने देता है, जिसके बाद यह कोशिकाओं में जाकर संक्रमण फैलाता है. बीक्यू.1 और एक्सीबी के बीच इनके रूप बदलने और अलग-अलग जगहों में फैलने लेकर एक महत्वपूर्ण अंतर है.

एक्सबीबी एंटीबॉडी को चकमा देने के मामले में सबसे आगे

स्पाइक प्रोटीन के जरिए वायरस हमारी कोशिकाओं को संक्रमित करता है और बीमारियों से रक्षा करने वाली हमारी एंटीबॉडी को निशाना बनाता है. एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन के भीतर उत्परिवर्तन एक्सबीबी को, कोविड टीकों द्वारा उत्पन्न एंटीबॉडी को बेअसर करने मदद कर सकता है. स्टडी में कहा गया है कि हमने कोरोना वायरस के जितने स्वरूप देखे हैं उनमें एक्सबीबी एंटीबॉडी को चकमा देने के मामले में सबसे आगे है.

क्या हमें एक्सबीबी से चिंतित होना चाहिए?

बीक्यू.1 और इसके मूल स्वरूप बीए.5 की तुलना में ओमिक्रॉन का एक्सबीबी वेरिएंट प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को ज्यादा चकमा दे सकता है, जिस वजह से यह काफी अंदर तक फैल सकता है और वायरस का प्रकोप बढ़ सकता है. अच्छी खबर यह है कि सिंगापुर के आंकड़ों के आधार पर एक्सबीबी में बीए.5 की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम 30 प्रतिशत कम होने का अनुमान लगाया गया है.

इस बात की भी आशंका है कि ब्रिटेन आने वाले समय में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दोहरी लहर का सामना कर सकता है. इनमें से एक लहर यूरोप और अमेरिका में फैले बीक्यू.1 से, जबकि दूसरी लहर एशिया में फैले एक्सबीबी से उठ सकती है. हालांकि, अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि एक्सबीबी बीए.5 या बीक्यू.1 की जगह लेगा, या फिर कोई अन्य वेरिएंट अपने पांव पसारने के इंतजार में है.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)

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भारत में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट एक्सबीबी ने बढ़ाई चिंता, 10-15 फीसदी नमूनों में दिखी उपस्थिति, सिंगापुर में तेजी से फैल रहा

विशेषज्ञों के मुताबिक एक्सबीबी स्वरूप लोगों में एंटीबॉडी पर हमला कर रहा है।कोरोना की खुराक ले चुके लोगों पर ये कम असरदार होगा। इस स्वरूप से बचने का तरीका यही है कि लोग एहतियाती खुराक लेकर अपने शरीर में एंटीबॉडी का स्तर फिर से बढ़ाएं और कोविड सतर्कता नियमों का पालन करें।

Omicron sub-variant xbb linked to Singapore Covid surge gains ground in India Official said | भारत में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट एक्सबीबी ने बढ़ाई चिंता, 10-15 फीसदी नमूनों में दिखी उपस्थिति, सिंगापुर में तेजी से फैल रहा

भारत में ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट एक्सबीबी ने बढ़ाई चिंता, 10-15 फीसदी नमूनों में दिखी उपस्थिति, सिंगापुर में तेजी से फैल रहा

Highlights लगभग 11% नमूने BA.5 के हैं जो पहली बार मई में भारत में पाए गए थे। एक्सबीबी के ज्यादातर सैंपल महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल से लिए गए हैं। एक्सबीबी स्वरूप लोगों में एंटीबॉडी पर हमला कर रहा है।

नई दिल्ली: जहां एक देश में कोविड-19 के मामलों में कमी आ रही है, वहीं कोविड -19 का एक नया ओमिक्रॉन वैरिएंट ने चिंताएं बढ़ा दी है। ओमिक्रॉन के इस नए वैरिएंट को एक्सबीबी नाम दिया गया है जो सिंगापुर में तेजी से फैल रहा है। एक्सबीबी ओमिक्रॉन के BA.2.75 और BJ.1 सब-वेरिएंट का एक संयोजन है। यह पहली बार अगस्त में सिंगापुर में पाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक 10% से 15% नमूनों में इसकी उपस्थिति देखी गई है।

वहीं भारत में ओमीक्रॉन के सब-वैरिएंट BF.7 का पहला मामला मिला है। गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. माधवी जोशी ने मिंट से कहा कि घबराने की बात नहीं है और लोग मास्क पहनें, भीड़ से बचें व हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें। हाल ही में चीन में ओमीक्रॉन के दो नए सब-वैरिएंट BF.7 और BA.5.1.7 मिले थे।

विशेषज्ञों के मुताबिक एक्सबीबी सेट एल्गोरिदम पर आधारित है। नई दिल्ली स्थित आईजीआईबी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विनोद स्कारिया के मुताबिक हाल ही में जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिये ओमिक्रॉन के नए उप वैरिएंट स्वरूप की एक्सटीबी पहचान हुई है। भारत के अलावा बांग्लादेश, यूरोप और अमेरिका के कई राज्यों में यह उप स्वरूप मिला है। सिंगापुर में अभी संक्रमण के मामले बढ़ने के पीछे इसे मुख्य कारण माना जा रहा है।

बता दें कि लगभग 11% नमूने BA.5 के हैं जो पहली बार मई में भारत में पाए गए थे; BQ.1 और BQ.1.1 इसी के उप-वंश हैं। इनमें से ज्यादातर सैंपल महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक एक्सबीबी स्वरूप लोगों में एंटीबॉडी पर हमला कर रहा है।कोरोना की खुराक ले चुके लोगों पर ये कम असरदार होगा। इस स्वरूप से बचने का तरीका यही है कि लोग एहतियाती खुराक लेकर अपने शरीर में एंटीबॉडी का स्तर फिर से बढ़ाएं और कोविड सतर्कता नियमों का पालन करें।

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