क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें?

भारत में कैसे खरीदें बिटकॉइन?
WazirX पर बिटकॉइन की ट्रेडिंग आसान इसलिए है क्योंकि WazirX अपने प्लेटफॉर्म पर करीब 52-53 लाख रुपये के बिटकॉइन को अंशों में खरीदने की सुविधा देता है
बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसमें 2009 में इसकी शुरुआत से अब तक कई गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस साल के शुरुआत से अब तक इसमें 120 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि इस असेट क्लास को बीच में झटके लगे हैं। फिर भी डिजिटल करेंसी ने पूरी दुनिया में जबरदस्त लोकप्रियता हासिल कर ली। अब तो दुनिया के तमाम सेंट्रल बैंक भी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि किस तरीके से डिजिटल करेंसी को मुख्य धारा की मुद्रा के तौर पर मान्यता दी जाए। संस्थागत रूप से मिल रही स्वीकृति बिटकॉइन में जबरदस्त तेजी की अहम वजहों में से एक रही है।
पूरी दुनिया में इन्फ्लेशन (महंगाई) क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें? की बढ़ती चिंताओं के बीच बिटकॉइन को सेफ हैवेन असेट (सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प) माना जा रहा है। न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन ETF(एक्सचेंज ट्रेड फंड) के हाल में हुए आगाज ने भी बिटकॉइन की कीमतों में जोरदार उछाल में सहयोग किया है। इसके साथ ही अक्टूबर का महीना पूरे स्टॉक मार्केट लिए भी रिकॉर्ड ब्रेकिंग रहा है। इसके अलावा 35 करोड़ यूजर वाले पे पल (PayPal) ने भी क्रिप्टो में होने वाली पेमेंट को मंजूरी दे दी है। इन सब कारणों के चलते 9 नवंबर 2021 को बिटकॉइन की कीमतें 68,641.57 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गईं।
मीडिया में आई खबरों के बीच भारत में सरकार क्रिप्टो करेंसी पर कानून बनाने पर काम कर रही है। बता दें कि इसके पहले सरकार की तरफ से कई ऐसे बयान आए हैं कि जिसमें कहा गया था कि क्रिप्टो करेंसी पर पूर्ण रूप से बैन लगाया जाएगा। लेकिन अब सरकार के रूख में काफी बदलाव आया है और क्रिप्टो करेंसी के रेगुलेशन पर विचार कर रही है। RBI द्वारा पिछले साल क्रिप्टो करेंसी के बैन को हटाने के बाद भारत में किप्टो की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिला है।
भारत में कैसे और कहां से खरीदें क्रिप्टोकरेंसी, यहां पाएं सारी जानकारी
भारत में करीब 55 लाख लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है और यह संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है
हालिया रिपोर्टों के मुताबिक कोरोना लॉकडाउन के दौरान भारत में लोगों ने जमकर क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग की। यह सच भी है कि क्रिप्टोकरेंसी अब लोगों के लिए नया कॉन्सेप्ट नहीं रह गया है। इसमें निवेश के लिए लोगों की दिलचस्पी अपने उफान पर है।
इसके अलावा, RBI की तरफ से २०१८ में लगाए क्रिप्टो बैन के हटने के बाद, अब ट्रेडर्स भी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में पार्टिसिपेट करने से हिचक नहीं रहे हैं।
फिलहाल क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले भारतीयों की संख्या ५५ लाख के करीब है और यह हर दिन बढ़ती जा रही है।
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देश के पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने भी एक हालिया वेबिनार में इस बात को स्वीकार किया। इसलिए अब क्रिप्टो एसेट्स को एक कमोडीटिज के रूप में रेग्युलेट करने की चर्चा भी शुरू हो गई है।
अगर आपके अंदर भी इस तेजी से बढ़ते क्रिप्टो समुदाय का हिस्सा बनने की इच्छा हो रही है, तो आपको अभी कुछ क्रिप्टोकरेंसी खरीदकर इसकी शुरुआत करनी चाहिए।
अपनी मनपसंद क्रिप्टोकरेंसी को कहां से और कैसे खरीदें?
क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए भारत में वजीरएक्स (WazirX) एक आसान और सहज तरीका ऑफर करता है, जहां आपको कई सारी क्रिप्टोकरेंसी को चुनने का विकल्प मिलता है।
सबसे पहले, आपको इस प्लेटफॉर्म पर अपना एक अकाउंट खोलना होगा। इसके लिए आपको एक वैलिड ID प्रूफ की जरूरत होगी, जिसके जरिए अनिवार्य KYC की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। साथ ही लेनदेन के लिए आपको अपने बैंक खाते कि जानकारी भी देनी होगी।
आपकी दी गई जानकारियों को सत्यापित करने में कुछ घंटे लगते हैं, जिसके बाद आपका अकाउंट खुल जाता है।
आप अपने बैंक खाते में जमा राशि का इस्तेमाल कर सीधे कोई भी अपनी पसंद की क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं।
आपको WazirX से क्यों क्रिप्टोकरेंसी खरीदनी चाहिए?
बिनांस के हाथों अधिग्रहण
नवंबर २०१९ में Binance (बिनांस) द्वारा WazirX का अधिग्रहण किया गया। बिनांस दुनिया की सबरसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है।
इस डील ने WazirX को क्रिप्टोकरेंसी दुनिया का इंटरनेशनल एक्सचेंज बना दिया। इसका मतलब है कि अब पूरी दुनिया के क्रिप्टो ट्रेडर और निवेशक WazirX के डिजिटल एसेट प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अधिकतम सुरक्षा
WazirX भारत का सबसे सुरक्षित एक्सचेंज है। वह भारत में सुरक्षित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मुहैया कराने के लिए नियमित सिक्योरिटी ऑडिट में निवेश कर रहा है।
ट्रांजैक्शन की रफ्तार
WazirX का सिस्टम लाखों की संख्या में पैसों से क्रिप्टो, क्रिप्टो से पैसों और क्रिप्टो से क्रिप्टो ट्रांजैक्शन को संभाल सकता है। उनका इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए कुछ ही सेकेंड में अपनी क्षमता को बढ़ाने में सक्षम है।
यूजर-फ्रेंडली डिजाइन
WazirX प्लेटफॉर्म पर क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेंडिग स्पीड बहुत तेज है, जो उपभोक्ताओं को अच्छा अनुभव देती है। इसके क्रिएटर्स पहले ही ऐसी टेक्नोलॉजी विकसित कर चुके हैं, जिसे दुनिया भर में लाखों लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। इस अनुभव ने WazirX को अच्छे फीचरों से लैस और कुशल क्रिप्टो एक्सचेंज बनाने में मदद की।
ब्लॉकचेन एक्सपर्ट की टीम
WazirX के साथ एक विशुद्ध ट्रेडर्स और जुनूनी ब्लॉकचेन एक्सपर्ट की टीम है। वह इस चीज को अच्छी तरीके से समझते हैं कि क्रिप्टो को किस चीज की जरूरत है। वजीरएक्स पर शुरुआत से ही शानदार ग्राफ, मोबाइल ऐप जैसे फीचर रहे हैं।
5 प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध
WazirX सभी प्लेटफॉर्म पर एक शानदार और सहज क्रिप्टो ट्रेडिंग अनुभव देता है। यह वेब, एंड्रॉयड, iOS,विंडोज और मैक ऐप प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
WazirX Token (WRX) पाने का मौका
WazirX Token या WRX, वजीरएक्स की अपनी क्रिप्टोकरेंसी है। WRX खरीदकर या क्रिप्टो ट्रेडिंग करने पर आप WRX में रिवॉर्ड पा सकते हैं।
इसके अलावा भविष्य में फीस में छूट, मार्जिन फीस चुकाने या दूसरे कार्यों में भी WRX उपयोगी साबित हो सकता है।
एक शानदार रेफरल प्रोग्राम
WazirX के ट्रेड कमीशन प्रोग्राम के जरिए आप जितनी चाहे, उतनी कमाई कर सकते हैं। आप अपने दोस्तों को रेफर कर सकते हैं और उनके हर ट्रेड पर ५०% कमीशन हासिल कर सकते हैं। सभी कमीशन २४ घंटे के अंदर आपके खाते में क्रेडिट हो जाएगी।
खैर अब आपको यह पता चल गया है कि क्रिप्टो को कैसे खरीदते हैं। लेकिन सिर्फ खरीदना ही अहम नहीं है। आपको यह भी पता होना चाहिए कि क्रिप्टो का भारत और पूरी दुनिया में क्या भविष्य है।
भारत और दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य
ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में भारत एक अहम प्लेयर के रूप में उभर रहा है। भारत के पास अंतराष्ट्रीय डिजिटल करेंसी मार्केट में १२.९ अरब डॉलर तक का योगदान देने की संभावना है।
Deutsche Bank की एक रिपोर्ट के मुताबिक २०३० तक भारत में कामकाजी लोगों की आबादी में तेजी आएगी।
इसका मतलब है कि क्रिप्टोकरेंसी के मुख्यधारा में आने के साथ-साथ देश के कामकाजी लोग तेजी से क्रिप्टोकरेंसी को अपनाएंगे।
इसके अलावा कुछ स्टडी यह भी कहती हैं कि आने वाले समय में कुछ देश भी क्रिप्टोकरेंसी को सपोर्ट देना शुरू कर सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने वाले रिटेल कंज्यूमरों की संख्या बढ़ने के साथ ही, ब्लॉकचेन वॉलेट की डाउनलोड संख्या में भी तेजी आएगी। इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ने से यह दर भी बढ़ सकती है।
अगर मौजूदा ट्रेंड आगे भी जारी रहता है, तो २०३० तक ब्लॉकचेन वॉलेट का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर २० करोड़ हो सकती है, जो २०३५ तक ३५ करोड़ पहुंच सकती है।
Forecast of Cryptocurrency and Internet Users, Source: Deutsche Bank
सिर्फ इतना ही नहीं, ब्लूमबर्ग की जून २०२० में जारी क्रिप्टो आउटलुक में कहा गया था कि आने वाले समय में Tether (USDT) जैसी स्टेबल क्वाइन की मार्केट वैल्यूएशन में भारी उछाल आ सकता है।
MoneyControl News
First Published: Sep 30, 2021 8:07 AM
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Cryptocurrency Trading : कैसे खरीदते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां करते हैं स्टोर, यहां जानें सबकुछ
क्रिप्टोकरेंसी बहुत से निवेशकों को अपनी ओर खींच रही है, लेकिन हाई-टेक टोकन्स का इस्तेमाल थोड़ा डराने वाला हो सकता है. ऐसे में हम आपको इस लेख में बता रहे हैं कि Bitcoin, Ether, या Dogecoin जैसै क्रिप्टो कॉइन्स कैसे खरीद और स्टोर कर सकते हैं.
Cryptocurrency Trading: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश दिलचस्प हो सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
आप बिटकॉइन या ऐसी कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीद सकते (How to buy cryptocurrency) हैं और इसे स्टोर कैसे कर सकते हैं, ये दो चीजें थोड़ी जटिल लगती हैं, लेकिन ये दोनों ही चीजें करना बहुत ही आसान है. क्रिप्टोकरेंसी शुरुआत में बस प्रोग्रामर्स और डेवलपर्स के दिलचस्पी की चीज थी, लेकिन अब इसकी पॉपुलैरिटी इतनी बढ़ गई है कि अब सामान्य व्यक्ति भी इसमें निवेश करने की सोच रहा है. ऐसे में आपको एक बार यह समझ लेना चाहिए कि यह तकनीक कैसे काम करती है, ताकि आप इसमें सुरक्षित तरीके से निवेश कर पाएं. इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीद सकते हैं और कैसे इसे स्टोर कर सकते हैं. (क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कई दूसरे टॉपिक पर आर्टिकल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)
क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदते हैं?
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क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं. कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो. भारत में भी अब कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं. लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले हम आपको सलाह देंगे कि आप ये देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में हों न कि बुरी वजहों से. हमेशा चेक कर लें कि उस एक्सचेंज का ऑफिस भारत में हो और इसकी फाउंडिंग टीम में ऐसा स्टाफ हो, जिसकी हिस्ट्री साफ रही हो.
एक्सचेंज को लेकर आपको इसलिए भी एक्सचेंज को लेकर सतर्क रहना होगा क्योंकि औसतन एक एक्सचेंज को एक दिन में 20 करोड़ का नुकसान होता है, ऐसे में आपको भरोसेमेंद एक्सचेंज का साथ चुनना होगा.
इसके अलावा, क्रिप्टो खरीदने और बेचने के दूसरे तरीके भी हैं. आप दूसरे सेलर्स से डायरेक्ट कॉन्टैक्ट करके भी क्रिप्टो की ट्रेडिंग कर सकते हैं, लेकिन ये बात है कि एक्सचेंज ज्यादा सुरक्षित होता है. यहां आप ज्यादा स्थिर कीमतें भी देख सकते हैं, जिससे ट्रेडिंग में आसानी होती है, ऐसे में नए लोगों के लिए एक्सचेंज से क्रिप्टो खरीदना-बेचना ज्यादा आसान होता है.
एक्सचेंज का इस्तेमाल करना
सभी बड़े एक्सचेंज लगभग एक ही प्रोसेस फॉलो करते हैं. आपको एक अकाउंट बनाने की जरूरत होगी, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे. यह वेरेफिकेशन किसी फ्रॉड वगैरह को रोकने के लिए किया जाता है और आपको इस दौरान अपना आईडी प्रूफ देना होगा. यह पूरा प्रोसेस बस थोड़े वक्त में पूरा हो जाता है, जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. इसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर सकते हैं. या फिर ट्रांजैक्शन के लिए सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं. जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस कंप्लीट हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई कर देगा.
ऑर्डर प्लेस करने के लिए आपको किसी क्रिप्टोकरेंसी का सिंबल यानी कि बिटकॉइन के लिए BTC, एथर के लिए ETH और डॉजकॉइन के लिए DOGE, डालना होगा और वो अमाउंट भी डालना होगा, जितने में आप वो कॉइन खरीदना चाहते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी स्टोर कैसे करें?
क्रिप्टोकरेंसी खरीदना पहला स्टेप है, अब आपको उसको स्टोर करने के बारे में सोचना होगा. हां, यह सही है कि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही अपने कॉइन्स छोड़ सकते हैं, और अगर आप एक्टिव ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए यह बेहतर तरीका होता है, लेकिन अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. बीच-बीच में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद इन कॉइन्स की लॉन्ग टर्म में वैल्यू बढ़ी है.
इसका मतलब है कि उनकी वैल्यू बढ़ने तक के लिए आपको इन्हें स्टोर करना होगा. क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट. इनमें से आपको कोई भी वॉलेट अपनी जरूरत के हिसाब से चूज़ करना होगा. इस पर हमारे पास एक आर्टिकल है- Cryptocurrency Wallet : क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है? कैसे बना सकते हैं अपना खुद का वॉलेट? पढ़ें- इसमें आपको क्रिप्टो वॉलेट से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी, जिसके बाद उनमें से अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी वॉलेट सेट अप कर सकते हैं.
Cryptocurrency : Bitcoin, Ether जैसी क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदते हैं? यहां जानिए बेसिक्स
बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में पिछले कुछ महीनों में जबरदस्त तेजी दिखी है. देश में लाखों लोग इनमें निवेश कर रहे हैं. अगर आप अभी तक इसे पूरी तरह नहीं समझ सके हैं तो इस आर्टिकल में समझिए कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए आपको क्या-क्या करना होगा.
Bitcoin और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में देश में लाखों लोग निवेश कर रहे हैं.
अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश (Cryptocurrency Investment) करना चाहते हैं, लेकिन अभी तक शुरू नहीं कर पाए हैं क्योंकि ये पूरा मामला थोड़ा पेचीदा लगता है, तो हम आपको इस आर्टिकल में इस बारे में सबकुछ बता रहे हैं. अच्छी बात है कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीदना अपने फोन में मोबाइल वॉलेट खोलने जैसा ही आसान है. बिटकॉइन, इथीरियम, टेदर और डॉजकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी ने पिछले कुछ महीनों में जबरदस्त तेजी दिखाई है. भारत में भी लाखों लोग इनमें निवेश कर रहे हैं. अगर आप अभी तक इसे पूरी तरह नहीं समझ सके हैं तो इस आर्टिकल में समझिए कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए आपको क्या-क्या करना होगा और आप कैसे बिटकॉइन या ऐसी ही दूसरी वर्चुअल करेंसी खरीद पाएंगे.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज से शुरू होगा सफर
वर्चुअल करेंसी खरीदने-बेचने से पहले आपको एक किसी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency Exchange) के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा. भारत में बहुत से अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं. इनपर थोड़ा रिसर्च करके आप अपनी पसंद का एक्सचेंज चुन सकते हैं. हमारी सलाह है कि आप ऐसे एक्सचेंज के साथ ट्रेडिंग शुरू करें, जो भारत में रजिस्टर्ड हो और इसका एक ऑफिस यहां जरूर हो. साथ ही एक्सचेंज आपकी सुरक्षा के लिए KYC वेरिफिकेशन करते हैं, तो ऐसा ही एक्सचेंज चुनें जो सुरक्षा नियमों का पालन करता हो.
एक्सचेंज बताते हैं कि वो किस क्रिप्टोकरेंसी में डीलिंग और ट्रांजैक्शन करते हैं, तो अकाउंट खुलवाने से पहले देख लें कि आप जिस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं, वो एक्सचेंज उसमें डील करता है या नहीं.
अब क्रिप्टोकरेंसी खरीदने की बारी
अकाउंट खुल जाने और केवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाने के बाद आप कभी भी ट्रेडिंग शुरू कर पाएंगे. आपको क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए एक्सचेंज पर पेमेंट मेथड में अपना बैंक अकाउंट लिंक करना होगा, जहां से क्रिप्टोकरेंसी खरीदने पर पैसे कटेंगे. अब इसके बाद आपको ऑर्डर देना होगा. जो भी क्रिप्टोकरेंसी खरीदना है, जितना भी खरीदना है, ये सब बताना होगा. इसके बाद ध्यान रखिए कि ऑर्डर फाइनल करने से पहले सबकुछ अच्छे से री-चेक कर लें. कोई भी ऑप्शन जल्दबाजी में क्लिक न करें. आपके ऑर्डर का प्रीव्यू स्क्रीन पर दिखेगा, उसे भी अच्छे से देख लीजिए.
जो क्रिप्टो कॉइन आप खरीद रहे हैं, उसका मार्केट में प्राइस चेक कर लीजिए. ट्रेडिंग में वो क्रिप्टो कैसा चल रहा है, ये सारी जानकारियां चेक कर लें. अपनी रिसर्च जरूर कर लें क्योंकि क्रिप्टो मार्केट बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव का शिकार होता है. यह भी चेक करते रहिए कि सरकार ने क्या क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई बयान दिया है या फिर इनके रेगुलेशन को लेकर कोई बात कही है.
अब अगर आपने हर पहलू पर विचार कर लिया है, तो इसके बाद ही 'buy' पर क्लिक करें. क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद आपको इसे स्टोर करना होगा. बहुत से एक्सचेंज उसी प्लेटफॉर्म पर स्टोरेज फैसिलिटी देते हैं, लेकिन अच्छा होगा कि आप अपना असेट क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर करें, खासकर कोल्ड क्रिप्टो वॉलेट में. हॉट क्रिप्टो वॉलेट हमेशा ऑनलाइन रहता है और इसलिए कोल्ड वॉलेट की अपेक्षा उतना सुरक्षित नहीं होता. आप क्रिप्टो वॉलेट के बारे में सबकुछ यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं.
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क्रिप्टोकरेंसी: भारत में क्या है लीगल स्टेटस? कैसे होती है खरीदी-बिक्री? कैसे कर सकते हैं इस्तेमाल?
बुधवार को पूरी क्रिप्टो दुनिया हिल गई थी. क्योंकि, इसे मार्केट कैप में करीब 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था और Binance और कॉइनबेस सहित कई बड़े ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्रैश हो गए थे, जिससे निवेशकों को निराशा हुई थी. हालांकि, बाद के घंटों में Bitcoin, Ethereum और Dogecoin जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी में सुधार देखने को मिला था. ये हालिया गिरावट वित्तीय और भुगतान संस्थानों को क्रिप्टोकरेंसी सेवाएं देने से बैन करने के चीन के फैसले के बाद आई थी.
चीन की तीन सरकारी संगठनों नेशनल इंटरनेट फाइनेंस एसोसिएशन ऑफ चाइना, चाइना बैंकिंग एसोसिएशन और पेमेंट एंड क्लियरिंग एसोसिएशन ऑफ चाइना ने सोशल मीडिया पर चेतावनी जारी की थी. संगठनों ने निवेशकों से कहा था कि अगर उन्हें क्रिप्टो-करेंसी इन्वेस्टमेंट ट्रांजैक्शन्स में कोई लॉस होता है तो उनके पास कोई प्रोटेक्शन नहीं होगा.
चीन के फैसले पर बाजार की प्रतिक्रिया और उसके बाद क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट, इन डिजिटल कॉइन्स की अस्थिर प्रकृति को उजागर करती है, जिसे ट्रांजैक्शन का फ्यूचर माना जा रहा है. ये भारत में क्रिप्टो के लीगल स्टेटस और उस पर सरकार के रुख पर भी ध्यान केंद्रित करता है.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का लीगल स्टेटस
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के लीगल स्टेटस को लेकर बहुत कन्फ्यूजन है. ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार ने इस साल की शुरुआत में एक बिल प्रस्तावित किया था, जिसमें Bitcoin और Dogecoin सहित सभी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का प्रावधान था. हालांकि, बाद में इसमें और कोई डेवलपमेंट नहीं हुआ. एक हालिया रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से बैन करने का आइडिया ड्रॉप कर दिया है.
क्रिप्टोकरेंसी भारत में गैरकानूनी नहीं है. लेकिन, इन्हें रेगुलेट नहीं किया जाता. यानी आप बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हैं. यहां तक बतौर इन्वेस्टमेंट इसे रख भी सकते हैं. लेकिन, इसकी देखभाल या सुरक्षा के लिए कोई गवर्निंग बॉडी नहीं है.
WazirX के फाउंडर और CEO निश्चल शेट्टी ने हमारी सहयोगी वेबसाइट इंडिया टुडे टेक से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, 'भारत में अभी इसे लेकर बहुत कनफ्यूजन है. क्योंकि, देश में इसके लिए कोई रेगुलेशन नहीं है. जब लोग इसके बारे में सुनते हैं तो डर जाते हैं. वास्तव में इंटरनेट पर मौजूद बहुत सारे चीजें अनरेगुलेटेड हैं. इनमें Ola और Uber के नाम शामिल हैं. यहां तक की ई-कॉमर्स भी अनरेगुलेटेड है.' इन्वेस्टर्स के लिए सबसे जरूरी बात ये है कि रेगुलेटेड नहीं होने से फ्रॉड और स्कैम की संभावना बढ़ जाती है.
क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?
बाजार में ढेरों क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स हैं. ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है. देश में मौजूद पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स में WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO के नाम शामिल हैं. इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते हैं.
शेयर बाजारों के उलट, ये सभी प्लेटफॉर्म चौबीसों घंटे काम करते हैं. इसका मतलब ये है कि आप हफ्ते में किसी भी दिन और दिन के किसी भी समय पैसे का निवेश और निकासी कर क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें? सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है. आपको केवल इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन अप करना होगा. इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होगा. इसके बाद आप खरीदारी कर पाएंगे. इन्वेस्टर्स के पास क्रिप्टो की खरीदी-बिक्री के लिए प्री-डिसाइडेड लिमिट सेट करने का भी ऑप्शन होगा.
क्रिप्टो को खरीदने के लिए कोई लिमिट तय नहीं है. इन्वेस्टर्स बहुत छोटे अमाउंट से भी शुरू कर सकते हैं. चुनौती ये है कि अधिकांश बैंक क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के साथ काम करने को तैयार नहीं हैं, जिसने इससे लेनदेन की प्रक्रिया को मुश्किल बना दिया है.
निश्चल इसे एक्सप्लेन करते हुए कहते हैं 'बैंक हमें सही तरीके से डिपॉजिट एक्सेप्ट करने का ऑप्शन नहीं दे रहे हैं और अगर बैंकिंग सिस्टम क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का सपोर्ट नहीं करेगा, तो वे कैसे ठीक से काम कर सकते हैं. अभी, हमें हर हफ्ते एक नए बैंक को प्लेटफॉर्म पर इंटीग्रेट करना होगा. क्योंकि मौजूदा बैंक काम करना बंद कर देते हैं. इसका सीधा असर यूजर्स पर पड़ता है.'
साफ तौर पर क्रिप्टो इंडस्ट्री भारत में काफी नई है. इनमें UPI ट्रांजैक्शन्स भी काम नहीं आते. ऐसे में इन्वेस्टर्स को इसमें इन्वेस्ट करने से पहले इन बातों का ध्यान रखना होगा. क्रिप्टोकरेंसी की खरीदी बिक्री के लिए दूसरा ऑप्शन P2P ट्रांजैक्शन्स हैं. यानी पर्सन टू पर्सन ट्रांजैक्शन्स. इसमें आप इंट्रेस्टेड बायर/सेलर ढूंढ कर एक्सचेंज कर सकते हैं.
क्रिप्टो के साथ आप क्या कर सकते हैं?
क्रिप्टो मार्केट ने पिछले कुछ सालों में काफी ग्रोथ पाई है. लेकिन, फैक्ट ये है कि इसके साथ आप ज्यादा कुछ कर नहीं सकते. उदाहरण के तौर पर बात करें तो आप इससे सैंडविच नहीं खरीद सकते. ऐसे में वास्तविक दुनिया में ये बहुत हद तक किसी काम का नहीं है. लेकिन, बतौर 'स्टोर ऑफ वैल्यू' ये बहुत काम आ सकता है. इसकी तुलना चांदी या सोने से की जा सकती है, जिन्हें लोग इसलिए खरीदते हैं क्योंकि उनमें वैल्यू बढ़ने की संभावना देखते हैं.
इस पर शेट्टी ने कहा, 'बिटकॉइन का मकसद बिल्कुल गोल्ड की तरह है, यानी वैल्यू स्टोर करना. वास्तव में, यह सोने की तुलना में ज्यादा एक्सेसिबल है क्योंकि इसे खरीदने के लिए आपको केवल एक मोबाइल फोन और इंटरनेट की जरूरत होती है. लेकिन सोने को बहुत आसानी से यूज किया जा सकता है, यही बात क्रिप्टो को और अधिक अस्थिर बनाता है.
इन सबके अलावा हर क्रिप्टोकरेंसी की अपनी अलग वैल्यू है. जैसे Bitcoin को गोल्ड के सब्सटीट्यूट के तौर पर देखा जाता है. तो वहीं, कुछ Shiba Inu जैसे कॉइन हैं, जिनका कोई काम नहीं है ना इनकी कोई वैल्यू है. ये मीम कॉइन्स हैं. ऐसे में कई फैक्टर्स हैं जो किसी कॉइन का वैल्यू डिसाइड करते हैं.
दुनिया में जो चीज सीमित मात्रा क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें? में उपलब्ध होती है, उसकी वैल्यू काफी ज्यादा होती है. यही बात क्रिप्टोकरेंसी पर भी लागू होती है. इसलिए Bitcoin इतना पॉपुलर है. क्योंकि, ये लिमिटेड है. दूसरी तरफ Dogecoins में कोई लिमिट नहीं है. ऐसे मे ये आगे चलकर फेल हो सकता है. साथ ही कॉइन का इस्तेमाल कैसे होगा, ये फैक्टर भी इसकी वैल्यू डिसाइड करता है. अगर इसका इस्तेमाल किसी खास पर्पज के लिए किया जाए, तो इसकी वैल्यू बढ़ सकती है.